राफेल की ताकत और बढ़ेगी:राफेल के लिए हैमर मिसाइल का इमरजेंसी ऑर्डर, लद्दाख जैसे इलाके में 70 किमी रेंज में बंकरों को भी तबाह कर सकती है ये मिसाइल
इंडियन एयरफोर्स ने राफेल को हैमर मिसाइल से लैस करने के लिए फ्रांस से बातचीत की है। हालात और जरूरत को देखते हुए फ्रांस ने तुरंत इस डिमांड को पूरा करने पर हामी भर दी है। फ्रांस की वायुसेना के लिए बनी हैमर मिसाइल से 60 से 70 किलोमीटर रेंज तक किसी भी तरह के टारगेट को तबाह किया जा सकता है 5 राफेल का पहला बैच जुलाई के आखिर तक भारत आ सकता है, इन्हें अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर वायुसेना में शामिल किया जाएगा
इस महीने के आखिर में मिलने वाले राफेल फाइटर जेट को और ज्यादा पावरफुल बनाया जा रहा है। वायुसेना इसे हैमर मिसाइल से लैस करेगी। इसके लिए फ्रांस से बातचीत हुई है और हैमर मिसाइल के लिए इमरजेंसी ऑर्डर कर दिए गए हैं।
न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि फ्रांस राफेल के लिए जल्द से जल्द हैमर मिसाइल सप्लाई करने के लिए तैयार है। वायुसेना की जरूरत को देखते हुए फ्रांस के अधिकारियों ने किसी और के लिए तैयार किए गए स्टॉक में से भारत को हैमर देने का फैसला किया है।
हैमर मिसाइल की खासियत
- हैमर (हाइली एजाइल मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज) मीडियम रेंज मिसाइल है, जिसे फ्रांस की वायुसेना और नेवी के लिए बनाया गया था। ये आसमान से जमीन पर वार करती है।
- हैमर लद्दाख जैसे पहाड़ी इलाकों में भी मजबूत से मजबूत शेल्टर और बंकरों को तबाह कर सकती है।
- हैमर से 60 से 70 किलोमीटर रेंज तक किसी भी तरह के टारगेट को तबाह किया जा सकता है।
राफेल मीटियर और स्काल्प जैसी मिसाइलों से भी लैस होगा
5 राफेल 29 जुलाई को फ्रांस से भारत आ रहे हैं, वहीं मीटिअर और लॉन्ग रेंज स्काल्प जैसी अत्याधुनिक मिसाइल इससे पहले ही भारत पहुंच गईं होंगी। मीटियर विजुअल रेंज के पार भी अपना टारगेट हिट करने वाली अत्याधुनिक मिसाइल है। उसे अपनी इसी खासियत के लिए दुनिया में जाना जाता है। मीटियर की रेंज 150 किमी है।
स्काल्प डीप रेंज में टारगेट हिट कर सकती है। स्काल्प करीब 300 किलोमीटर तक अपने टारगेट पर सटीक निशाना लगाकर उसे तबाह कर सकती है।
29 जुलाई को वायुसेना में शामिल हो सकता है राफेल
भारतीय वायुसेना ने के मुताबिक, 5 राफेल का पहला बैच जुलाई के अंत तक भारत आ सकता है। इन्हें 29 जुलाई को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर वायुसेना में शामिल किया जाएगा। फाइनल इंडक्शन सेरेमनी 20 अगस्त को होगी।
भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में 58 हजार करोड़ में 36 राफेल फाइटर जेट की डील की थी। 36 में से 30 फाइटर जेट्स होंगे और 6 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट होंगे। ट्रेनर जेट्स टू सीटर होंगे और इनमें भी फाइटर जेट्स जैसे सभी फीचर होंगे।