राजस्थान का सियासी ड्रामा:9 दिन बाद वसुंधरा ने चुप्पी तोड़ी: 3 घंटे में 2 ट्वीट किए, लिखा- मैं अपनी पार्टी के साथ खड़ी हूं; गृह मंत्रालय ने फोन टैपिंग पर रिपोर्ट मांगी,हाईकोर्ट में एक दिन की पैरवी 1.75 करोड़ की:पायलट के वकील साल्वे और स्पीकर के सिंघवी की एक सुनवाई की फीस 50 लाख है
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में कांग्रेस भाजपा और उसके नेतृत्व पर दोष लगाने की कोशिश कर रही है भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि गहलोत और पायलट गुट में सड़कों पर लड़ाई 2018 से चल रही है, भाजपा को साजिश के तहत फंसाया जा रहा सरकार गिराने की साजिश मामले में गजेंद्र सिंह, कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा और संजय जैन पर राजद्रोह का केस दर्ज
राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पहली बार बयान दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।’’ इससे पहले उन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ देने का आरोप लगा। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से फोन टैपिंग वाले मामले पर रिपोर्ट मांगी है।
इससे पहले, रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को कहा था कि वे (वसुंधरा) गहलोत सरकार को बचा रही हैं। पायलट खेमे ने भी उन पर ऐसे ही आरोप लगाए थे। उधर, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बीटीपी विधायक राजकुमार राउत और राम प्रसाद डिंडोर ने गहलोत सरकार को समर्थन दे दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल से मुलाकात की। सूत्रों की माने तो विधानसभा का संक्षिप्त सत्र बुलाया जा सकता है।
एसआईटी में 8 पुलिस अधिकारियों को दी जिम्मेदारी
हॉर्स ट्रेडिंग मामले की जांच को लेकर एसआईटी गठित की गई है। सीआईडी सीबी और एटीएस और एसओजी करेगी संयुक्त रूप से मामले की जांच। एसआईटी में 8 पुलिस अधिकारियों को दी जिम्मेदारी। सीआईडी सीबी के एसपी विकास शर्मा के नेतृत्व में की जाएगी जांच। एसओजी के एडीजी अशोक राठौड ने जारी किए आदेश। मामले की जांच के बाद दोषियों को किया जाए गिरफ्तार।
भाजपा ने कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला समेत चार लोगों पर एफआईआर कराई
राजस्थान भाजपा ने कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत चार लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। इसके साथ ही टैपिंग की सीबीआई जांच की मांग की। भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा कि क्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग हुई? क्या सरकार ने खुद को बचाने के लिए गैर संवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल किया? इसकी जांच सीबीआई से कराई जाना चाहिए। ऑडियो टेप गुरुवार रात सामने आए थे। कांग्रेस का आरोप है कि इसमें सरकार गिराने को लेकर बातचीत की गई।
भाजपा के गहलोत सरकार से 6 सवाल
1. क्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग की गई?
2. फोन टैपिंग की गई है तो क्या यह संवेदनशील इश्यू नहीं हैं?
3. अगर फोन टैपिंग हुई तो क्या इसके लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम (एसओपी) का पालन किया गया?
4. क्या गहलोत सरकार ने खुद को बचाने के लिए यह ऑडियो टेप का प्रौपेगेंडा खड़ा नहीं किया?
5. क्या राजस्थान में किसी भी व्यक्ति का फोन टेप किया जा रहा है?
6. क्या अप्रत्यक्ष रूप से राजस्थान में इमरजेंसी नहीं लगी है?
आयकर विभाग को गहलोत के करीबियों के मिले 12 करोड़ नकद, 1.70 करोड़ के जेवरात
सीएम गहलोत के करीबियों के यहां छापेमारी में आयकर विभाग को 12 करोड़ रुपए नकद,1 करोड़ 70 लाख के जेवरात एवं कुछ संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। विभाग ने गहलोत के करीबियों में शामिल राज्य पर्यटन विकास निगम के पूर्व चेयरमैन एवं पीसीसी उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष एवं गहलोत के राजनीतिक कामकाज संभालने वाले धर्मेंद्र राठौड़, सीएम के बेटे वैभव गहलोत के पार्टनर रतनकांत शर्मा के 45 ठिकानों पर 13 से 16 जुलाई के बीच छापेमारी की थी।
अपडेट्स
- एसओजी ने संज♦य से वायरल ऑडियो के बारे में पूछताछ की। फिर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 4 दिन के लिए रिमांड पर भेज दिया गया।
- सरकार गिराने से जुड़े ऑडियो मामले में एसओजी पिछले 24 घंटे से टीम से पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि संजय ने कई अहम जानकारी एसओजी को दी हैं। संजय को शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले पुलिस ने 10 जुलाई को उदयपुर के अशोक सिंह और ब्यावर के भरत मलानी को पकड़ा था।
- अशोक और भरत के वॉइस सैंपल की जांच के लिए एसओजी ने कोर्ट में अर्जी लगाई है। अगर इजाजत मिलती है तो सैंपल लेकर इसे जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। इस बीच दोनों ने वॉइस सैम्पल देने से मना किया है।
- कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि राजस्थान स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की टीम को भाजपा सरकार की हरियाणा पुलिस ने तब तक इंतजार करने के लिए कहा, जब तक कि रिजॉर्ट (मानेसर में) के विधायक दूसरी जगह नहीं चले गए।
- स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने शनिवार को कहा है कि मैं भाजपा को 19 विधायकों को अपने चंगुल से मुक्त करने की चुनौती देता हूं। ऐसा करते ही वे सभी वापस कांग्रेस में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि विधायकों को यह मालूम है कि अगर लोग उन्हें बिका हुआ देखेंगे, तो वे उनका सामना नहीं कर पाएंगे।
- कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राजस्थान में संविधान को रौंदने की कोशिश की जा रही है। जब एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों का वॉइस सैंपल लेने गई तब उसे होटल में घुसने नहीं दिया गया। विधायक वहां से चले गए। बागी विधायकों को कर्नाटक ले जाने की कोशिश की जा रही है। इन्हें भाजपा का संरक्षण है। राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या की गई।
- सीआईडी सीबी जयपुर के एसपी विकास शर्मा के नेतृत्व में आठ-सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। टीम एसओजी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले की जांच करेगी।
- राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- दो बीटीपी विधायक राजकुमार राउत और राम प्रसाद डिंडोर ने हमारी सरकार को बहुत पहले से समर्थन दिया है। वह अभी भी जारी है। उन्होंने गलहोत के काम को लेकर संतोष भी जताया है। वे सरकार को स्थिरता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सीएम के ओएसडी ने 3 ऑडियो जारी किए
विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े 3 ऑडियो वायरल किए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को प्रदेश की सियासत में 4 बड़े घटनाक्रम हुए। ऑडियो को सीएम के ओएसडी ने जारी किया।
पहला- महेश जोशी की शिकायत पर एसओजी और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने ऑडियो में शामिल गजेंद्र सिंह, कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा और दलाल संजय पर राजद्रोह का केस दर्ज किया।
दूसरा- ऑडियो सामने आने के बाद कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिए गए।
तीसरा- भाजपा भी देर रात जयपुर के अशोक नगर थाने पहुंची। शिकायत में कहा- ऑडियो फर्जी हैं।
चौथा- एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों से पूछताछ के लिए मानेसर पहुंची। हरियाणा पुलिस ने घुसने नहीं दिया। एंट्री मिली तो विधायक गायब थे। बताया जा रहा है कि उन्हें दूसरे होटल में शिफ्ट कर दिया गया है।
वे लोग, जिनके खिलाफ कांग्रेस ने कार्रवाई की मांग की
गजेंद्र सिंह: शुक्रवार को दर्ज एफआईआर में गजेंद्र सिंह का नाम है, लेकिन इनका पदनाम और सरनेम दर्ज नहीं है। जिन महेश जोशी की शिकायत पर केस दर्ज किया गया वे खुद उन्हें नहीं जानते। एसओजी कह रही है कि हम भी नहीं जानते। संजय से भी पूछेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस इस गजेंद्र को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बताकर भाजपा पर हमले कर रही है। उधर, शेखावत ने कहा कि ऑडियो फर्जी है। इसे कांग्रेस ने बनाया।
भंवरलाल शर्मा: पायलट खेमे के विधायक हैं। फिलहाल मानेसर स्थित होटल में बताए जा रहे हैं। चूरू जिले के सरदार शहर से विधायक हैं। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष भी हैं।
संजय जैन: बीकानेर के लूणकरणसर कस्बे के बताए जा रहे हैं। करीब 20 साल पहले वे जयपुर शिफ्ट हुए थे। सरदारशहर के एक बड़े कारोबारी घराने से उनके ताल्लुक हैं। होटल के बिजनेस से जुड़े होने की वजह से नेताओं, कुछ आईएएस और आईपीएस अफसरों से भी संपर्क हैं।
अब तक क्या हुआ?
10 जुलाई: विधायकों की खरीद के मामले में दो अपराधियों के बीच बातचीत। सीएम-डिप्टी सीएम के बीच सियासी झगड़े का जिक्र। विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय और रमिला खड़िया का नाम लिया। एसओजी ने केस दर्ज किया।
11 जुलाई: सचिन पायलट समेत 12 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ दिल्ली में आलाकमान से मिलने पहुंचे। 3 निर्दलीयों विधायकों पर एसबी ने मामला दर्ज किया। गहलोत, पायलट समेत 15 विधायकों को एसओजी का नोटिस जारी। पायलट गुट मानेसर होटल पहुंचा।
12 जुलाई: सचिन पायलट ने कहा- हमारे पास 30 विधायक हैं। गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जयपुर पहुंचे।
13 जुलाई: विधायक दल की बैठक बुलाई। डिप्टी सीएम पायलट, मंत्री विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा समेत 19 विधायक नहीं पहुंंचे। गहलोत खेमा रिजॉर्ट में गया।
14 जुलाई: कांग्रेस ने पायलट को प्रदेशाध्यक्ष और डिप्टी सीएम, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया।
15 जुलाई: कांग्रेस ने स्पीकर को 19 विधायकों के विधायक दल की बैठक में नहीं आने की शिकायत की। स्पीकर ने नोटिस जारी कर दिए।
16 जुलाई: स्पीकर के नोटिस के खिलाफ पायलट खेमा हाईकोर्ट पहुंचा। सीएम के ओएसडी लोकश शर्मा ने हॉर्स ट्रेडिंग के ऑडियो जारी किए।
17 जुलाई: एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने गजेंद्र सिंह, कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा और दलाल संजय पर राजद्रोह का केस दर्ज किया। एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों से पूछताछ के लिए मानेसर पहुंची
हाईकोर्ट में एक दिन की पैरवी 1.75 करोड़ की
स्पीकर द्वारा पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को दिए अयोग्यता नोटिस केस में देश के दिग्गज सीनियर एडवोकेट पायलट गुट के एमएलए व स्पीकर की ओर से हाइकोर्ट में पैरवी कर रहे हैं। जानकारों की मानें तो यदि शुक्रवार की सुनवाई में पैरवी की फीस करोड़ों में होगी।
हरीश साल्वे, मुकुल रोहतगी व अभिषेक सिंघवी जैसे सीनियर एडवोकेट एक दिन की पैरवी के लिए ही 40 से 50 लाख फीस लेते हैं। राज्य के एजी एमएस सिंघवी भी स्पेशल केस में 11 से 15 लाख फीस लेते हैं। ऐसे में सचिन पायलट गुट व स्पीकर की ओर से पैरवी करने वाले एडवोकेट द्वारा केसों में ली जाने वाली कुल फीस की बात करें तो इन सभी एडवोकेट की कुल फीस करीब 1.75 करोड़ रुपए बैठती है।
सलमान का हिट एंड रन केस और कुलभूषण जाधव की इंटरनेशनल कोर्ट में पैरवी साल्वे ने की थी
हरीश साल्वे: इस केस में सचिन पायलट गुट की ओर से सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे लंदन से पैरवी कर रहे हैं। साल्वे देश के पूर्व सॉलिसीटर जनरल रह चुके हैं और उन्होंने पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव मामले में भारत की ओर से इंटरनेशनल कोर्ट में पक्ष रखा था। कानूनी जानकारों के अनुसार साल्वे हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में एक दिन की पैरवी के लिए करीब 50 लाख रुपए तक लेते हैं। हिट एंड रन केस में फिल्म एक्टर सलमान खान को बचाने वाले एडवोकेट साल्वे ही थे।
अंबानी बंधुओं के विवाद में मुकेश अंबानी के वकील रहे थे सिंघवी, वोडाफोन के टैक्स केस भी लड़े
अभिषेक मनु सिंघवी: विधानसभा स्पीकर की ओर से मुख्य तौर पर सीनियर एडवोकेट व कांग्रेस का चर्चित चेहरा अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी कर रहे हैं। अभिषेक मनु सिंघवी ने ही अंबानी बंधुओं के बीच रहे विवाद में मुकेश अंबानी की ओर से पैरवी की थी। वे वोडाफोन के टैक्स संबंधी केसों में पैरवी करने के लिए भी चर्चा में रहे हैं। सिंघवी भी किसी केस में एक दिन की पैरवी के लिए करीब 50 लाख रुपए तक लेते हैं।
सीएम गहलोत का पायलट पर बड़ा आरोप:पायलट अतिमहत्वाकांक्षी, 6 महीने से भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे थे, 11 जून को पार्टी तोड़ने वाले थे
- 11 जून की रात 2 बजे दौसा से अपने समर्थक विधायकों को गुड़गांव ले जाने की तैयारी की थी
- सीएम गहलोत ने कहा- ऑडियो टेप फर्जी निकला तो राजनीति छोड़ दूंगा
राजस्थान में छिड़ा सियासी संग्राम आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सीएम अशाेक गहलोत ने शुक्रवार को सचिन पायलट पर फिर सीधा हमला बोला। पायलट को अति महत्वाकांक्षी बताते हुए गहलोत ने कहा कि वे छह महीने से भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनके साथियों ने मना कर दिया। फिर उन्होंने साथियों से कहा कि वे भाजपा में नहीं जाएंगे और तीसरा मोर्चा बनाएंगे। इसके बाद भाजपा के समर्थन से अपनी सरकार चलाएंगे।
उन्होंने कहा कि 11 जून को पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि थी। उसी दिन इनकी प्लानिंग थी कि दौसा से रात 2 बजे विधायकों को लेकर गुड़गांव रवाना हो जाएं। मगर ऐन वक्त पर हमने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। लेकिन, अब फिर से इन्होंने वही खेल शुरू कर दिया। गहलोत बोले- पायलट पर ये आरोप मैं नहीं लगा रहा हूं, बल्कि उनका साथ छोड़ चुके साथियों ने ही मुझे बताया। वायरल ऑडियो टेप की सच्चाई के दावे को लेकर गहलोत ने कहा कि अगर टेप फर्जी निकला तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग बंद करे, 25-35 करोड़…10 करोड़ एडवांस, ये क्या है
गहलाेत ने कहा- भाजपा को चाहिए तोड़-फोड़ और हॉर्स ट्रेडिंग बंद करें। उनकी थू-थू हो रही है। 25-35 करोड़ रु. और 10-10 करोड़ एडवांस में, क्या हो रहा है? ये उनके खुद के लोग बोल रहे हैं। टेप आ रहा है, तब भी मीडिया चुप है।
‘पायलट को बहुत सहा, इस उम्र में इतनी महत्वाकांक्षा ठीक नहीं’
गहलोत ने सरकार में सम्मान नहीं मिलने की पायलट की शिकायत पर कहा कि जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उनकी शिकायत की कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है। हमने उन्हें बहुत सहा। इस उम्र में इतनी महत्वाकांक्षा ठीक नहीं।
वसुंधरा से गठजोड़ पर कहा- बंगला देने में प्राथमिकता देना गलत नहीं
गहलोत ने पूर्व सीएम वसुंधरा से गठजोड़ के सवालों पर कहा कि पूर्व सीएम, केंद्र में मंत्री रहे और पांच बार सांसद रहे व्यक्ति को प्रदेश में बंगला देने में प्राथमिकता देने की परंपरा रही है। ये करना गलत नहीं है।
भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने कहा, विपक्षी पार्टी से मिलकर सरकार गिराने की साजिश हो रही
सियासी धमाचौकड़ी के बीच पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने सीएम गहलोत का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार को गिराने की साजिश हो रही है। जिस प्रकार प्रदेश में पिछले दो महीनों से सरकार गिराने का माहौल बना हुआ है, हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है, आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा कभी ऐसे लोगों की सहायता नहीं करेगी। राजस्थान में आजादी के बाद कई बार सरकारें बदली हैं। विधानसभा के अंदर पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर बहस भी हुई है, लेकिन सत्ताधारी पार्टियों के विपक्षी पार्टियों से मिलकर सरकार गिराने के जो षड्यंत्र आज हो रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं देखा।
मेघवाल ने कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा पर भी खुलकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भंवर लाल शर्मा पहले भैरो सिंह शेखावत की सरकार में रहे और इन्होंने अपनी ही सरकार को कई बार गिराने की कोशिशें की थीं। इनके वक्त विधायकों को पैसा बांटा गया और विधायकों ने खुद भैरो सिंह को यह पैसा देकर पूरी कहानी बताई। इससे पहले भाजपा के सहयोगी हनुमान बेनीवाल भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर गहलोत सरकार की मदद करने का आरोप लगा चुके हैं।