भारत को इसी महीने मिलेंगे राफेल:29 जुलाई को वायुसेना में शामिल हो सकते हैं 5 राफेल; क्रू की ट्रेनिंग पूरी और वेपन सिस्टम ऑपरेशनल, लद्दाख सेक्टर में तैनाती संभव
चीन के साथ तनाव को देखते हुए वायुसेना एलएसी के पास अपनी ऑपरेशनल क्षमता को तुरंत बढ़ाना चाहती है 22 से 24 जुलाई को होने वाली वायुसेना की कॉन्फ्रेंस में राफेल की तैनाती पर फैसला, वायुसेना चीफ कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहेंगे
फ्रांस से राफेल फाइटर जेट का पहला बेड़ा इसी महीने भारत आ सकता है। भारतीय वायुसेना ने सोमवार को बताया कि 5 राफेल का पहला बैच जुलाई के आखिर तक भारत आ सकता है। इन्हें 29 जुलाई को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर वायुसेना में शामिल किया जाएगा। फाइनल इंडक्शन सेरेमनी 20 अगस्त को होगी।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इन राफेल की तैनाती लद्दाख सेक्टर में संभव है। वायुसेना चीन के साथ बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास अपनी क्षमताएं बढ़ाना चाहती है।
वायुसेना की कॉन्फ्रेंस में राफेल की तैनाती पर फैसला होगा
वायुसेना के मुताबिक, फाइटर जेट के एयर और ग्राउंड क्रू की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। फाइटर जेट में लगे वेपन सिस्टम की ट्रेनिंग भी इन्हें दी गई है। ये सभी अब ऑपरेशनल भी हैं। फाइटर जेट आने के बाद पहली कोशिश जल्द से जल्द इनकी तैनाती की रहेगी। 22 से 24 जुलाई के बीच एयरफोर्स की एक कॉन्फ्रेंस दिल्ली में होनी है। इसमें एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया अपने कमांडर इन चीफ से बातचीत कर राफेल की तैनाती पर फैसला लेंगे।
अगले दशक में वायुसेना की क्षमता को बढ़ाने की योजना क्या होगी, यह भी कॉन्फ्रेंस में चर्चा का अहम मुद्दा रहेगा।
राफेल मीटियर और स्काल्प जैसी मिसाइलों से लैस रहेगा
– राफेल में मिटियर और स्काल्प जैसी अत्याधुनिक मिसाइलें लगीं होंगी। मिटियर की रेंज 150 किमी है।
– इजरायल के हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले, राडार वॉर्निंग रिसीवर, लो बैंड जैमर, फ्लाइट की 10 घंटे तक डाटा रिकॉर्डिंग, इन्फ्रा रेड सर्च और ट्रैकिंग सिस्टम रहेगा।
राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन हासीमारा में बनेगी
वायुसेना के मुताबिक, राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन पश्चिम बंगाल के हासीमारा में तैनात होगी। हासीमारा और अंबाला में 400 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं ताकि राफेल के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा सके। भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में 58 हजार करोड़ में 36 राफेल फाइटर जेट की डील की थी। 36 में से 30 फाइटर जेट्स होंगे और 6 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट होंगे। ट्रेनर जेट्स टू सीटर होंगे और इनमें भी फाइटर जेट्स जैसे सभी फीचर होंगे।