फुटबॉल / इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर सिटी पर लगा दो साल का बैन हटा, कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ने 85 करोड़ रु. का जुर्माना लगाया
चैंपियंस लीग के मौजूदा सीजन में राउंड-16 के दूसरे लेग में मैनचेस्टर सिटी अपने होम ग्राउंड पर 7 अगस्त को रियाल मैड्रिड से भिड़ेगी। -फाइल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स द्वारा बैन हटाने के बाद मैनचेस्टर सिटी चैम्पियंस लीग में उतर सकेगी सिटी पर 2012 से 2016 के बीच फाइनेंशियल फेयर प्ले नियम के उल्लंघन के आरोप के बाद बैन लगा था
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) ने मैनचेस्टर सिटी के दो साल के बैन को हटा लिया है। अब टीम यूरोपियन टूर्नामेंट में उतर सकेगी। सीएएस ने हालांकि इंग्लिश फुटबॉल क्लब पर 85 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने का फैसला दिया है।
सिटी पर 2012 से 2016 के बीच फाइनेंशियल फेयर प्ले नियम के उल्लंघन के आरोप में यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूएफा) ने बैन लगाया था। इसके बाद क्लब ने कोर्ट में अपील की थी।
बैन हटने के बाद चैम्पियंस लीग में उतर सकेगा क्लब
बैन हटने के साथ ही सिटी का 2020-21 में चैंपियंस लीग में खेलने का रास्ता साफ हो गया है। टीम का ईपीएल के मौजूदा सीजन में दूसरे नंबर पर रहना तय है। चैंपियंस लीग के मौजूदा सीजन में राउंड-16 के दूसरे लेग में सिटी अपने होम ग्राउंड पर 7 अगस्त को रियाल मैड्रिड से भिड़ेगी।
मैनचेस्टर सिटी पर लगाए गए आरोप साबित नहीं हुए
सीएएस ने अपने बयान में कहा कि मैनचेस्टर सिटी क्लब के ऊपर लगाए गए आरोप सााबित नहीं हुए। जांच में सहयोग नहीं करने के आरोप को गंभीर माना गया था, लेकिन इस कारण क्लब पर दो साल का बैन उचित नहीं था।