तरनतारन. तरनतारन में थाना खेमकरण की पुलिस ने प्रेमी जोड़े की हत्या की वारदात को सुलझा लिया है। पुलिस के मुताबिक बीती 10 मई को गांव दूहल कोना में एक युवक और एक युवती के शव बरामद किए गए थे। जांच की कड़ियां जोड़ते हुए पुलिस कातिलों तक पहुंच गई। इस वारदात को युवती की मां ने अपने भतीजे के साथ मिलकर अंजाम दिया था। उन दोनों समेत तीन लोग पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। शनिवार को इन्हें कोर्ट में पेश किया गया है।
एसपी-आई जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि थाना खेमकरण के गांव दूहल कोना निवासी बिट्टू सिंह कुल्चे की रेहड़ी लगाता था। उसकी बेटी ज्योति रानी के अपने ही गांव के रहने वाले नौजवान जुगराज सिंह के साथ प्रेम संबंध थे। कुछ महीने पहले दोनों विवाह भी कर चुके थे, लेकिन ज्योति अपने पति को छोड़कर मायके रहने लगी थी। वहीं ज्योति के साथ प्रेम संबंधों का पता उसकी मां सुखवंत कौर सुखी को लग चुका था।
बताया जा रहा है कि मायके में रह रही ज्योति अपनी मां के कहने से बाहर होकर जुगराज सिंह से मिलती थी। 9 मई को दोनों घर से भाग गए। ज्योति की मां को पता था कि वो दोनों कहां हैं, जिसके चलते उसने अपने भतीजे गुरभेज सिंह और उसके दोस्त गुरसेवक सिंह के साथ मिलकर दोनों को पहले अपने घर में बुलाया। फिर दोनों को जहर पिलाकर मार डाला। हत्या की वारदात के बाद दोनों शवों को खेतों में फेंक दिया।
10 मई को जब खेतों से पुलिस ने शव बरामद किए तो मौके से जहर की शीशी भी मिली थी। मृतक जुगराज सिंह के पिता कुलवंत सिंह ने लड़की के परिवार पर संदेह जताया था। उसके बयान पर पुलिस ने ज्योति रानी की मां और चचेरे भाई के खिलाफ हत्या का मामला तो दर्ज कर लिया था, लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था।
इस मामले की जांच के चलते थाना प्रभारी इंस्पेक्टर तरसेम मसीह की टीम ने शुक्रवार देर शाम तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया गया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक तीनों आरोपियों ने वारदात को कबूल किया है।