पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह:खड़गे, जयप्रकाश और रावत की कमेटी से रूबरू हुए नवजोत सिद्धू्, बाहर आकर बोले- जित्तेगा पंजाब, जित्तेगी पंजाबियत, जित्तेगा हर पंजाबी
पंजाब कांग्रेस में कलह से निपटने के लिए 3 सदस्यीय कमेटी की नेताओं से मीटिंग का सिलसिला जारी है। इस कमेटी में मल्लिकार्जुन खड़गे, जयप्रकाश अग्रवाल और हरीश रावत हैं। इन्होंने फीडबैक बैठक को 3 हिस्सों में बांटा है। एक हिस्से में मंत्री और विधायक हैं, दूसरे हिस्से में पार्टी के सांसद, राज्यसभा सदस्य और प्रदेश प्रधान हैं। तीसरे चरण में कमेटी मुख्यमंत्री से बात करेगी।
मंगलवार को कमेटी से नवजोत सिद्धू रूबरू हुए। बाहर आकर सिद्धू ने मीडिया से कहा कि उनसे जो पूछा गया था, उन्होंने उसका पूरी दिलेरी से जवाब दिया। हर सवाल का जवाब दिया। जमीन फाड़कर पंजाब के लोगों की आवाजें बाहर आ रही हैं। इसी अावाज को हाईकमान तक पहुंचाने आया हूं। मैं अपने स्टैंड पर कायम हूं। जो सच है, उसे कमेटी के सामने प्रकाशित करते आया हूं। सच प्रताड़ित जरूर होता है, परंतु कभी हारता नहीं है। पंजाब के हर नागरिक को जिम्मेदार बनाना है। हर पंजाब विरोधी ताकत को हराना है। पंजाब के सच और हक की आवाज हाईकमान के सामने बुलंद आवाज में रखकर आया हूं। जित्तेगा पंजाब, जित्तेगी पंजाबियत और जित्तेगा हर पंजाबी।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस भवन में कमेटी के सदस्याें ने मंत्रियों, विधायकों के साथ वन-टू-वन बातचीत की थी। अधिकतर नेताओं ने मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर सवाल उठाए। बेअदबी मामले में कहा कि सरकार आरोपियों को सजा नहीं दिला पाई। सही जांच नहीं करने वाले SIT अफसरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। नई SIT 60 दिन में जांच कर दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाए। विधायकों व नेताओं को विजिलेंस के नाम पर धमकाने पर भी नाराजगी जताई गई। कई नेताओं ने कमेटी से कहा कि रेत, शराब, ट्रांसपोर्ट और लैंड माफिया के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण कांग्रेस की अकालियों से तुलना होने लगी है।
ये नेता हुए रूबरू…
कैबिनेट मंत्रियों में ब्रह्म मोहिंद्रा, मनप्रीत बादल, ओपी सोनी, साधु सिंह धर्मसोत, सुंदर शाम अरोड़ा, अरुणा चौधरी, सुखजिंदर रंधावा, बलबीर सिंह सिद्धू, स्पीकर राणा केपी सिंह, राणा गुरजीत, रणदीप सिंह नाभा, संगत सिंह गिलजियां, गुरकीरत कोटली, कुलजीत नागरा, पवन आदिया, राजकुमार वेरका, इंदरबीर बुलारिया, सुखविंदर डैनी, सुरजीत धीमान, अजायब भट्टी, अमरिंदर राजा वड़िंग, अंगद सिंह, सुखपाल भुल्लर, सीएम के सलाहकार संदीप संधू आदि कमेटी के सामने शामिल हुए।
नशे पर अपनी सरकार पर उठाए सवाल
मीटिंग के बाद पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि कई नेताओं ने बेअदबी का मुद्दा उठाया। हाईकोर्ट के फैसले के बाद लोगों को झटका लगा है। जहां तक मुख्यमंत्री द्वारा ढील बरतने का सवाल है तो न्यायाधीशों के दिमाग में क्या चल रहा है इसे कोई नहीं पढ़ सकता। सरकार ने अच्छी टीम लगाई गई थी। अब सभी लोग करेक्टिव स्टेप्स चाहते हैं। नेताओं ने ड्रग्स और ट्रांसपोर्ट माफिया पर सख्ती और प्रशासन को टाइट करने पर जोर दिया।
हरीश रावत ने कहा कि नेतृत्व में बदलाव का कोई मुद्दा नहीं है। लोगों को हमसे अपेक्षाएं ज्यादा हैं। इसलिए शिकायतें भी ज्यादा हैं। पिछले दिनों दोनों पक्षों की तरफ से जो बयान आए, वाे ठीक नहीं थे। भाजपा द्वारा दलित CM और शिरोमणि अकाली दल द्वारा डिप्टी CM की घोषणा पर रावत ने कहा कि दलित बच्चों की स्काॅलरशिप, गांवों में दलितों को जमीन देने और लीगल केसों समेत कई मामले हैं जिन पर हम काम करेंगे।