नासा ने बनाया संक्रमण रोकने वाला नेकलेस ‘पल्स’, हाथ को चेहरे के पास पहुंचते ही यह वाइब्रेट होकर अलर्ट करेगा
अमेरिकन स्पेस एजेंसी नासा ने खास तरह का नेकलेस तैयार किया है जो हाथों को चेहरे के पास आने पर वाइब्रेट होता है। नासा ने इसका नाम पल्स दिया है। नेकलेस के 12 इंच के दायरे में कोई मूवमेंट करने वाली चीज आने पर यह वाइब्रेट होता है। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए बार-बार हाथों से मुंह, आंख और नाक को न छूने सलाह दी जा रही है ताकि वायरस शरीर में न पहुंच सके। नासा की जेट प्रोपल्शन लैब ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह नेकलेस तैयार किया है।
कम कीमत में उपलब्ध होगा
नेकलेस तैयार करने वाली नासा की जेट प्रोपल्शन लैब के मुताबिक, जब तक कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं मिल जाती तब तक ‘पल्स’ को रोजमर्रा जीवन में शामिल किया जा सकता है क्योंकि हमें धीरे-धीरे अपने वर्कप्लस पर लौटना है।
यह काफी कम कीमत में तैयार किया गया है, जिसे लोग आसानी अफोर्ड कर सकेंगे और पहनने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी। पल्स संक्रमण से बचाकर आपको स्वस्थ रखेगा।
सिक्के आकार की डिवाइस अलर्ट करती है
नेकलेस में सिक्के के आकार की डिवाइस लगी है जो गर्दन के करीब रहती है। इसमें इंफ्रारेड सेंसर लगे हैं तो 12 इंच के दायर में मूवमेंट पर नजर रखते हैं। डिवाइस में 3 वोल्ट की बैट्री लगी है। सेंसर जैसे ही मूवमेंट का पता चलता है, इसमें लगी मोटर बाइब्रेशन पैदा करती है।
बदल सकेंगे एलईडी का रंग
लैब के मुताबिक, इस डिवाइस को 3डी प्रिंटर से तैयार किया गया है। सेंसर एक एलईडी लगा है जो वाइब्रेट होने पर जलता है। डिवाइस में अपने मन-मुताबिक कलर एलईडी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
नेकलेस मास्क का विकल्प नहीं
लैब की ओर से जारी बयान के मुताबिक, यह नेकलेस मास्क का विकल्प नहीं है। इसके लगाने के साथ कोरोना से बचाव की सभी सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। इसे टेक्नीशियन भी तैयार कर सकते हैं। इसे तैयार करने से जुड़ी हर जानकारी भी लैब ने जारी की है। लैब का कहना है कि हम उम्मीद करते हैं लोग इसे विकसित करेंगे ताकि यह आसानी से उपलब्ध हो सके।