नहीं रहे वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के पिता गुरदास बादल
टूट गई दास और पाश की जोड़ी फोर्टिस हॉस्पिटल के सीसीयू में करीब पखवाड़े से थे एडमिट -निकटवर्ती रिश्तेदार जैजीत सिंह जौहल जोजो ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पांच दिन पहले लिखा था कि दास जी के लिए किसी चमत्कार की उम्मीद
पंजाब की राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाते गुरदास बादल 90 (वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के पिता) की मृत्यु हो गई है। वह पिछले 15 दिन से फोर्टिस हॉस्पिटल चंडीगढ़ के सीसीयू में एडमिट थे। पांच दिन से उनकी हालत बहुत गंभीर थी। मनप्रीत सिंह बादल के निकटवर्ती रिश्तेदार जैजीत सिंह जौहल जोजो ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा था कि मनप्रीत बादल के पिताजी के अस्पताल में सीरियस हैं। किसी चमत्कार की उम्मीद है। यही कारण है कि मनप्रीत गत रविवार को श्रमिक एक्सप्रेस रवाना होते समय नहीं आए थे। गुरदास बादल का नाम प्रदेश में किसी परिचय का मोहताज नहीं। वह दास जी के नाम से मशहूर थे। अपने बड़े भाई व शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त परकाश सिंह बादल को पंजाब का पांच बार मुख्यमंत्री बनाने में दास जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कभी ऊंचे ओहदे की लालसा नहीं रखी। चाहे वैचारिक मतभेद कारण सुखबीर बादल और मनप्रीत बादल की राहें जुदा हो गई, लेकिन दास जी का अपने बड़े भाई के प्रति प्रेम कम ना हुआ। वित्त मंत्री मनप्रीत के माता जी हरमिंदर कौर को भी एक माह पहले कैंसर की नामुराद बिमारी ने निगल लिया था। पत्नी की मौत के बाद दास जी को सदमा सहन नहीं हुआ था। उन्हें हार्ट और शुगर आदि प्राब्लम थी। मोहनलाल झुंबा, अरुण वधावन, केके अग्रवाल, राज नंबरदार, पवन मानी, राजन गर्ग, हरी ओम ठाकुर, डाक्टर सतपाल भटेजा, मिंटू कपूर, हरीश गर्ग ठेकेदार, हरजोत सिंह, टहल सिंह संधू, चिंरंजी लाल गर्ग, कुलदीप बंगी एडवोकेट, विजय गोयल सहारा, दर्शन घुददा, पूर्व सीपीएस सरूप सिंगला, पूर्व मेयर बलवंत राय नाथ, ने दास जी की मृत्यु को न पूरी होने वाली क्षति बताया है।