देश का पहला फुली ऑनलाइन स्कूल ‘K8 स्कूल’ लॉन्च, प्री-किंडरगार्डन से आठवीं तक के सभी बच्चे ऑनलाइन कर सकेंगे पढ़ाई
किसी दूसरे कन्वेंशनल स्कूल में पढ़ रहे स्टूडेंट्स भी इस स्कूल को कर सकते हैं ज्वाइन रेगुलर क्लासेस के अलावा अन्य सुविधाओं का भी फायदा उठा सकेंगे स्टूडेंट्स
कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई को और बेहतर बनाने के मकसद से भारत का फुल ऑनलाइन स्कूल ‘K8 स्कूल’ बुधवार को लॉन्च किया गया। मौजूदा दौर में जब स्कूल बंद होने की वजह से स्टूडेंट्स के लिए पढ़ाई जारी रखना मुश्किल हो गया है। ऐसे में यह स्कूल स्टूडेंट्स के लिए काफी मददगार साबित होगा। इस तरह के ऑनलाइन स्कूल पहले सिर्फ अमेरिका और कुछ अन्य देशों में मौजूद थे। हालांकि, भारत में अपनी तरह का पहला स्कूल है। प्री-किंडरगार्डन से 8वीं तक के इस स्कूल को स्टूडेंट्स बिना कहीं जाएं पूरी तरह से ऑनलाइन एक्सेस कर सकते हैं।
ऑनलाइन स्कूल पसंद कर रहे स्टूडेंट्स
इस मौके पर स्कूल की प्रमुख प्रियंका शर्मा ने कहा कि यह ऑनलाइन स्कूल, वह नहीं जो लोग सोचते हैं। यह सिर्फ ऑनलाइन क्लासेस ऑफर करने वाला कोई कन्वेंशनल स्कूल नहीं, बल्कि खुद में एक कंप्लीट स्कूल है। दुनिया भर के स्टूडेंट्स कई सालों से ऑनलाइन स्कूल के जरिए पढ़ाई कर रहे हैं। कई स्टूडेंट्स पारंपरिक स्कूलों की बजाय ऑनलाइन स्कूलिंग के तरीके ज्यादा पसंद कर रहे हैं। महामारी के बाद अब समय बदलता जा रहा है, जिसके चलते अब पैरेंट्स बच्चों के लिए ऑनलाइन स्कूल ढूंढ रहे हैं। हालांकि, वह यह नहीं जानते इसके लिए किससे और कैसे संपर्क करें?
स्टूडेंट्स और पैरेंट्स प्राथमिकता
इस दौरान उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति भी इस बात को बढ़ावा देती है कि स्टूडेंट्स का ध्यान सीखने पर ज्यादा केंद्रित किया जाए। ऐसे में K8 स्कूल शुरू करने पर खुशी जताते हुए उन्होंने स्टूडेंट्स और पैरेंट्स को अपनी प्राथमिकता बताई। इस स्कूल की खास बात यह है कि स्टूडेंट्स यहां रेगुलर क्लासेस के अलावा और भी चीजों का फायदा उठा सकेंगे। इस बारे में जानकारी के लिए स्टूडेंट्स स्कूल की वेबसाइट K8school.com पर विजिट कर सकते हैं।
दूसरे स्कूल में पढ़ रहे स्टूडेंट्स भी ले सकेंगे हिस्सा
स्कूल के बारे में बताते हुए प्रियंका ने कहा कि हम ऐसा स्कूल बनाना चाहते हैं, जहां बच्चे खुशी से आए और पैरेंट्स भी शामिल होना चाहें। K8 स्कूल में पारंपरिक स्कूलों के फायदों के साथ ही इंटरेक्शन और प्रतिक्रिया की खूबियां भी शामिल है। उन्होंने इस स्कूल को हर पेरेंट्स का अपने बच्चे के लिए एक रियल इन्वेस्टमेंट बताया। स्कूल की खास बात यह है कि प्री-किंडरगार्डन से आठवीं तक के सभी बच्चे इसमें शामिल हो सकते हैं। यहां तक कि किसी दूसरे कन्वेंशनल स्कूल में पढ़ रहे स्टूडेंट्स भी इस स्कूल को ज्वाइन कर सकते हैं।