तुम एक नंबर के कंजर हो, तुमसे बड़ा कमीना मैंने नहीं देखा; ऐसे शब्दों के इस्तेमाल से बचें, वर्ना फंस जाएंगे कानूनी पचड़े में
हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद मेनका गांधी का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें वे एक वेटरनरी डॉक्टर के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही हैं। इसको लेकर वेटरनरी डॉक्टर्स विरोध जता रहे हैं। फिल्म मेकर अशोक पंडित ने तो सोशल मीडिया पर मेनका को भाजपा से निकालने तक की मांग कर दी है। इससे पहले एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता और युविका चौधरी ने अपने वीडियो में भंगी शब्द का इस्तेमाल किया था। इसको लेकर भी काफी विवाद खड़ा हुआ था। सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें ट्रोल भी किया था और गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी। दोनों ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें इस शब्द का सही मतलब पता नहीं था।
It’s high time that this arrogant & abusive politician #MenakaGandhi should b sacked from d party & all powers should be taken away from her .
She needs immediate medical help .
I know many innocent dog lovers being humiliated by her. #Boycottmenakagandhi #मेनकागांधीमणिमंगलम https://t.co/CuWtDk6Vii pic.twitter.com/GfWk5CS5nl— Ashoke Pandit (@ashokepandit) June 23, 2021
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दरअसल भंगी एक जाति सूचक शब्द है। इसका इस्तेमाल हमें नहीं करना चाहिए। इस तरह के और भी कई शब्द हैं जिन्हें हम जाने-अनजाने में इस्तेमाल करने की गलती कर बैठते हैं। इससे लोगों की भावनाएं आहत होती हैं।
आज हम आपको ऐसे ही कुछ शब्दों के सही मतलब बताने जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल हमें नहीं करना चाहिए…
1. कमीना/कमीनी: कमीना पर्शियन शब्द है जिसका मतलब होता है निचला, लेकिन आज इस शब्द को किसी के भी कैरेक्टर से जोड़ कर बोला जाता है।
2. कंजर: कंजर समुदाय एक घुमक्कड़ कबीला था, जो हमेशा एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते थे, लेकिन आज बोलचाल की भाषा में हम कंजर कंजूस लोगों के लिए बोलते हैं।
3. चंडाल: चंडाल को अछूत कै तौर पर देखा जाता है। जिसका काम श्मशान पर शव को आग देना होता है।
4. महार: महार जाति के लोग गांवों में किसानों की जमीन, खेत, खजाना और सीमा की रक्षा करते थे। आज महार जाति के लोगों के साथ छुआछूत किया जाता है। साथ ही इस शब्द का इस्तेमाल भी गलत तरीके से किया जाता है।
5. कसाई: पशु काटने वालों को कसाई बोला जाता है। आज के दौर में जो इंसान निर्दयी होता है, उसे भी कसाई कह दिया जाता है।
6. जंगली: जंगल में रहने वालों के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन आजकल आम तौर पर लोग एक-दूसरे को जंगली कहकर चिढ़ाते हैं।
7. म्लेच्छ: ये शब्द असभ्य फिरंगियों के लिए बोला जाता था, लेकिन बाद में इसे लोग अपने से छोटे लोगों के लिए बोलने लगे।
8. भांड/ मरासी: इस शब्द का इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया जाता था, जो सड़कों पर अपने पारंपरिक गाने गाते थे और लोगों का मनोरंजन करते थे। पर आज भांड शब्द का इस्तेमाल शराबियों के लिए किया जाता है।
9. गंवार: गंवार मतलब नासमझ। इस शब्द का इस्तेमाल ताने के रूप में किया जाता है। जो अनाड़ी जैसी हरकतें करता है, उसके लिए लोग इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं।
इस तरह के शब्दों की लिस्ट लंबी है। जिनका इस्तेमाल हम बोलचाल की भाषा में अक्सर कर देते हैं। कुछ लोग लड़कों के लिए बोल जाते हैं कि लड़कियों की तरह क्यों रो रहा है? इतना ही नहीं कई लोग किसी क्षेत्र विशेष के लोगों के लिए भी इस तरह की भाषा का प्रयोग करने लगे हैं। जैसे पंजाबियों और बिहारियों के लिए आए दिन ऐसे शब्द बोले जाते हैं, जो कि बिल्कुल गलत है। हमें इन शब्दों के इस्तेमाल से खुद भी बचना चाहिए और दूसरे लोगों को भी इस तरह की भाषा के प्रयोग से रोकना चाहिए। यह हमारी जिम्मेदारी है।