गुरदास बादल की अंतिम शवयात्रा में सुखबीर और मनप्रीत ने दिया कंधा
-डेढ़ माह पहले वित्त मंत्री की माता व अब पिता गुरदास बादल पंचतत्व में विलीन हुए
बठिंडा. पंजाब की राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाते गुरदास बादल 90 (वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के पिता) की मृत्यु पर बादल परिवार एक जुट नजर आया। चिर राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और उनके चचेरे भाई शिरोमणि अकाली दल के प्रधान पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने दास जी के अंतिम संस्कार में दोनों ने पार्थिव देह को एक दास जी के अंतिम संस्कार में वित्त मंत्री और शिअद प्रधान ने पार्थिव देह को एक साथ कंधा दिया। उनका अंतिम संस्कार आज गांव बादल के श्मशानघाट में हुआ। दास जी की चिता को मुखाग्नि मनप्रीत सिंह बादल व सुखबीर सिंह बादल ने दी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल बेहद भावुक दिखे। छोटे भाई के विछोह पर उनकी आंखें नम दिखी।
वित्त मंत्री मनप्रीत के माता जी हरमिंदर कौर (84) को भी करीब डेढ़ माह पहले कैंसर की नामुराद बिमारी ने निगल लिया था। पत्नी की मृत्यु के बाद दास जी टूट गए थे। शुगर और हार्ट प्राब्लम कारण 90 साल के गुरदास बादल पिछले 15 दिन से फोर्टिस हॉस्पिटल चंडीगढ़ के सीसीयू में एडमिट थे। पांच दिन से उनकी हालत बहुत गंभीर थी। मनप्रीत सिंह बादल के निकटवर्ती रिश्तेदार जैजीत सिंह जौहल जोजो ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा था कि मनप्रीत बादल के पिताजी दासजी के अस्पताल में सीरियस हैं। किसी चमत्कार की उम्मीद है। बठिंडा सहित पूरे प्रदेश के लोग दास जी की सेहत के लिए दुआएं मांग रहें थे, लेकिन शायद दासजी की ऊपरवाले को जरूरत थी।
गुरदास बादल यानी दास जी अपने बड़े भाई व शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त परकाश सिंह बादल को पंजाब का पांच बार मुख्यमंत्री बनाने में दास जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कभी ऊंचे ओहदे की लालसा नहीं रखी। चाहे वैचारिक मतभेद कारण सुखबीर बादल और मनप्रीत बादल की राहें जुदा हो गई, लेकिन दास जी का अपने बड़े भाई के प्रति प्रेम कम ना हुआ। वह नियमित रूप से बड़े बादल से राबता बना कर रखते थे। दोनों भाइयों को राम लक्ष्मण की जोड़ी कहा जाता था। गुरदास बादल की मृत्यु से बादल परिवार को अपूर्ण क्षति हुई है। दास और पाश की जोड़ी टूट गई है।
पिता के अंतिम संस्कार पर खुद मनप्रीत सिंह बादल ने लोगों को अपील की कि कोरोना वायरस कारण निजी तौर पर शामिल न हों, परंतु इसके बावजूद भी प्रात: से लेकर बादल परिवार से दुख सांझा करने के लिए लोग बड़ी गिनती में शामिल होते रहे। राधा स्वामी डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर ढिल्लों इस दौरान खास तौर पर पहुंचे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिंद्र सिंह बाजवा, ओ.पी. सोनी, गुरप्रीत सिंह कांगड़ राजस्व मंत्री, भारतभूषण आशू खाद्य सप्लाई मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू, पंजाब विधानसभा स्पीकर राणा के.पी., आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान, विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िग, पंजाब के राज्यपाल वीपी बदनोर, पंजाब कांग्रेस कमेटी के इंचार्ज आशा कुमारी, कैबिनेट मंत्री पंजाब विजेंद्र सिंगला, राणा गुरमीत सोढी, अरुणा चौधरी, राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट, सांसद संतोख चौधरी, गुरजीत औजला, महारानी परनीत कौर, मनीष तिवारी, कुलजीत नागरा, विधायक दलबीर गोलडी, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ, भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा, पूर्व प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक, दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा, हरियाणा के मंत्री चौधरी रंजीत सिंह, विधायक शीशपाल खेरावाला, दारा सिंह के पुत्र बिंदू दारा सिंह, कांग्रेस के सीनियर नेता मोहनलाल झुंबा, अरुण वधावन, केके अग्रवाल, राज नंबरदार, पवन मानी, अशोक प्रधान, राजन गर्ग, हरी ओम ठाकुर, डाक्टर सतपाल भटेजा, मिंटू कपूर, हरीश गर्ग ठेकेदार, हरजोत सिंह, टहल सिंह संधू, चिंरंजी लाल गर्ग, नवीन वाल्मीकि, भाजपा जिला शहरी प्रधान बठिंडा विनोद बिंटा, पूर्व सीपीएस सरुपचंद सिंगला, युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश प्रधान मोहित गुप्ता, भाजपा के प्रदेश सह मिडिया प्रभारी सुनील सिंगला ने दास जी की मृत्यु को न पूरी होने वाली क्षति बताया है वही दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।