कोरोना की तीसरी लहर से पहले:सप्लीमेंट या दवा से नहीं, घर के अचार और चटनी से बढ़ाएं बच्चों की इम्यूनिटी; फिजिकल एक्टिविटी भी जरूरी
कोरोना की दूसरी लहर के धीरे-धीरे कम होने के साथ तीसरी लहर को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। खासतौर पर जब तक बच्चों की वैक्सीन नहीं आती तो उनकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए फूड सप्लीमेंट या फिर महंगी डाइट की जरूरत नहीं है, घर में मौजूद खाने की चीजों और सही रूटीन से ही यह बेहतर हो सकती है ।
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर और उनकी टीम ने बच्चों में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स एक वीडियो में शेयर किए हैं। उन्होंने 5 फूड के बारे में बताया है, जिन्हें इस समय बच्चों की डाइट में शामिल करना जरूरी है। तो चलिए जानते हैं उन 5 फूड के बारे में….
लोकल या सीजनल फ्रूट
बच्चों को दिन में कम से कम एक बार सीजनल या फिर कोई लोकल फ्रूट जरूर खिलाएं। अगर बच्चा पूरा फ्रूट खाना पसंद नहीं करता तो उसे कम से कम एक टुकड़ा ही खिलाएं। एवोकाडो और कीवी के बजाय जामुन, आम, पपीता, बेर, आड़ू जैसे फ्रूट्स खिलाएं।
क्या फायदा… इससे पेट में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं, जो पेट को स्वस्थ रखते हैं
हलवा या लड्डू
शाम में 4 से 6 बजे की भूख में कुछ हेल्दी खाना जरूरी है। इस टाइम बच्चों को मीठा और कुछ सिंपल दें। जैसे रोटी में घी लगाकर गुड़ के साथ रोल बनाकर खिलाएं या फिर सूजी का हलवा या रागी के लड्डू खिलाएं।
क्या फायदा… इससे बच्चों को एनर्जी मिलेगी।
चावल
आसानी से डाइजेस्ट हो जाने वाले चावल बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें। बच्चों के डिनर के लिए दाल, चावल और घी बेस्ट ऑप्शन।
क्या फायदा… इससे पोषक तत्व और खास तरह का अमीनो एसिड मिलता है।
अचार या चटनी
बच्चों को रोजाना घर का बना अचार या चटनी या मुरब्बा दें। यह साइड डिश पेट में गुड बैक्टीरिया बढ़ाती है।
क्या फायदा… यह इम्यूनिटी मजबूत करती है और बच्चों को खुश रहने में मदद करती है।
काजू
मील के बीच में बच्चों को मुट्ठी भर काजू खिलाएं। यह उन्हें एक्टिव और एनर्जेटिक रखने के लिए सभी माइक्रोन्यूट्रिएंट्स देता है।
क्या फायदा… इससे शरीर में किसी भी तरह के दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
रूटीन भी है जरूरी
डाइट इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने का एक जरूरी फैक्टर है, लेकिन खराब रूटीन भी बच्चों की हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। बच्चों को हेल्दी रखने के लिए एक्सपर्ट ने उनके रूटीन से जुड़े कुछ टिप्स दिए हैं, जो उनके लिए बेहद जरूरी हैं।
स्लीपिंग शेड्यूल
अक्सर लोग स्लीपिंग शेड्यूल से ज्यादा 7 से 8 घंटे की नींद को महत्व देते हैं। लेकिन बच्चों को हेल्दी रखने और इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए उनका स्लीपिंग शेड्यूल भी जरूरी है। बच्चों के लिए देर रात तक जागना और सुबह देर तक सोना अच्छा नहीं है। स्लीपिंग शेड्यूल और 8 घंटे की नींद लेने वाले बच्चों में मोटापा कम होता है, साथ ही जंक फूड या अनहेल्दी फूड खाने की क्रेविंग भी कम होती है।
फिजिकल एक्टिविटी
घरों में कैद बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए उनका फिजिकली एक्टिव रहना बहुत जरूरी है। अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के मुताबिक, छह साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को दिन में कम से कम एक घंटे की फिजिकल एक्टिविटी जरूरी होती है और इसे हर हाल में करना चाहिए।
स्टडी के मुताबिक बच्चों को सप्ताह में कम से कम तीन बार एरोबिक या कुछ नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिए। जबकि सप्ताह के बाकी तीन दिनों में मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज करनी चाहिए।
योग
बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए हर दिन एक घंटे योग करना चाहिए। अगर पेरेंट्स भी बच्चों के साथ ही योग करेंगे तो बच्चे इसे बेहतर तरीके से सीखेंगे और इंजॉय भी करेंगे।
एरोबिक्स
एरोबिक्स करने से दिल मजबूत होता है और शरीर में ऑक्सीजन का सर्कुलेशन तेजी से होता है। एरोबिक्स आसानी से घर के अंदर किया जा सकता है और यह बास्केटबॉल, स्विमिंग, जॉगिंग, रनिंग, साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज के बराबर है।
पुश अप्स और स्ट्रेचिंग
बच्चे अपनी बॉडी को शेप देने और स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए पुश-अप, क्रंचेज, स्ट्रेचिंग और इस तरह की दूसरी एक्सरसाइज आसानी से घर पर कर सकते हैं।
रोप स्किपिंग
बच्चों के लिए यह सबसे इंटरेस्टिंग एक्सरसाइज है। यह करने से मसल्स मजबूत होते हैं और स्टेमिना बढ़ता है। बच्चों के साथ-साथ बड़े भी यह एक्सरसाइज कर सकते हैं।
डांस
बच्चों को फिजिकली एक्टिव रखने के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है डांस। आप खुद भी बच्चों के साथ डांस कर सकते हैं या फिर उन्हें ऑनलाइन क्लास जॉइन करवा सकते हैं। डांस के साथ बच्चों का वर्कआउट तो होगा ही, साथ में उन्हें कुछ नई स्किल्स भी सीखने को मिलेंगी।