केंद्रीय वित्तमंत्री ने की ई-विद्या प्रोग्राम के शुरू होने की घोषणा, दूरदर्शन और डिश के जरिए घर बैठे पढ़ सकेंगे स्टूडेंट्स
एक देश एक कानून की तर्ज पर देश में पहली बार एक क्लास, एक चैनल और एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन पढ़ाई होगी। इसके तहत पहली से 12वीं कक्षा के छात्र- छात्राओं के लिए अब अलग-अलग चैनल होंगे। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत प्रधानमंत्री ई-विद्या प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की। इस बारे में उन्होंने बताया कि छात्र दूरदर्शन और डिश के जरिए स्टूडेंट्स घर बैठे पढ़ाई कर सकेंगे।
25 करोड़ छात्रों को मिलेगा फायदा
वहीं, आईआईएससी बंगलूरू, जेएनयू, डीयू, एएमयू, बीएचयू, जामिया, जादवपुर समेत देश के सौ सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी में 30 मई से ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम की पढ़ाई को मंजूरी मिल गई है। देश में यह पहला मौका होगा, जब हर वर्ग के छात्रों को तकनीक के साथ जोड़ने पर जोर दिया गया हो। केंद्रीय बजट 2020 में पहली बार ऑनलाइन डिग्री की पढ़ाई को मंजूरी दी गई थी। ई-विद्या प्रोग्राम के तहत शिक्षा से संबंधित सभी योजनाएं जुड़ेगी, जिसमे 25 करोड़ छात्रों के लिए बहुआयामी विकल्प होंगे। छात्र क्यूआर कोड के जरिए ई-किताबें पढ़ सकेंगे।
दिव्यांग: यू-ट्यूब पर सांकेतिक भाषा में पढ़ाई
एनओआईएस और एनसीईआरटी विशेष बच्चों (दिव्यांग और मूक बधिर) के लिए विशेष सांकेतिक भाषा में स्पेशल लेक्चर सीरीज तैयार करेगा। यह यू-ट्यूब पर उपलब्ध होगी। इसे एनओआईएस वेबसाइट और स्वयंप्रभा पर भी चलाया। इसके लिए ऑडियों बुक भी तैयार होगी। इससे पहले 2017 में एनसीईआरटी ने कुछ कक्षाओं के लिए किताब तैयार की थी।