ऑन लाइन ठगी:बीमा बोनस, कस्टम पार्सल जैसे अन्य ऑन लाइन ऑफर पर भरोसा करने पर आप हो सकते हैं ठगी के शिकार, टेक्नोलॉजी और ऐप का संभल कर करें इस्तेमाल
अंजान ऐप के डाउन लोड करने, सोशल मीडिया पर पर्सनल जानकारी देने से बचें ठगों का एक पूरा ग्रुप ऑन लाइन बाहर देशों से अलग-अलग तरीके से ठग रहा है
क्या आप अंजान लोगों से ऑन लाइन जैसे फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम, लिंक्डइन आदि पर दोस्ती करते हैं? आप अंजान लोगों से बोनस ऑफर, कस्टम क्लीयरेंस या किसी और तरीके के ऑफर को स्वीकारते हैं? आप अंजान ऐप को डाउनलोड कर उस ऐप को अपने मोबाइल फोन का पूरा एक्सेस देते हैं? तो आप इन लोगों की ठगी का शिकार हो सकते हैं।
कस्टम पार्सल भेजने के नाम पर महिला से ठगे 11 लाख रुपए
(केस 1)- मुंबई का बोरीवली इलाका। एक हाउस वाइफ के साथ कस्टम पार्सल क्लीयरेंस स्कैम में 11 लाख रुपए की ठगी। हाउस वाइफ को 22 अप्रैल को विदेशी व्यक्ति मार्क डानिलसन ने उसे फेसबुक पर रिक्वेस्ट भेज कर संपर्क किया। मार्क ने बताया कि वह तलाकशुदा है और भारत में शादी करने के इरादे से आ रहा है। उसने बताया कि वह 40 पाउंड का सामान भेजा है और वह जब तक भारत आए उसे सुरक्षित रखना है।
कई बार में महिला से की गई वसूली
हाउस वाइफ राजी हो गई और उसने फोन नंबर दे दिया। इसके बाद किसी एक भारतीय महिला ने संपर्क किया। इस महिला ने अपने आप को दिल्ली की कस्टम अधिकारी बताई। महिला ने कहा कि उसे 15 हजार रुपए कस्टम ड्यूटी के लिए चाहिए तभी सामान छूटेगा। इसके बाद 75 हजार रुपए फिर विदेशी पैसे को भारतीय रुपए में बदलने के लिए मांग की। फर्जी कस्टम अधिकारी ने इसके बाद लगातार 2.2 और 3.5 लाख रुपए की टैक्स के रूप में मांग की।
महिला ने जब पैसा देने से मना किया तो फर्जी कस्टम अधिकारी ने धमकी दी और पुलिस केस करने की बात कही।
महिला ने मंगलसूत्र, चूंड़ी गिरवी रखकर दिया पैसा
बाद में डानिलसन ने महिला को कहा कि वह भारत आने पर पैसा दे देगा। इस पर मुंबई की इस महिला ने अपने मंगलसूत्र, चूंड़ी आदि को गिरवी रख कर पैसे जुटाए और 22 जून को पैसा दिया। इसके बाद महिला ने जब पार्सल ऑन लाइन पेज को ट्रैक किया तो वह पेज बंद हो मिला। इसके बाद महिला को ठगे जाने का अहसास हुआ। उसने पुलिस में शिकायत कराई ।
2 यूआरएल से चलते हैं 34 अलग-अलग खाते
पुलिस ने जांच की तो पता चला कि महिला और विदेशी व्यक्ति के भारत में 2 यूआरएल के 34 अलग-अलग नाम से खाते हैं। इनका उपयोग भातीय उपमहाद्वीप में लोगों से पैसे ऐंठने के लिए होता है। इनका निशाना शादीशुदा महिलाएं होती हैं।
केस-2- 1.5 करोड़ रुपए कस्टम के नाम पर ठगे
नवंबर 2019 में 79 वर्ष के व्यक्ति को मुंबई के मुलुंड इलाके में 1.5 करोड़ रुपए कस्टम पार्सल क्लीयरेंस स्कैम में ठगा गया। यह केस सेम पहले केस जैसी ही थी। इसमें एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर संपर्क किया। उसने बताया कि वह कुछ पार्सल भेजना चाहता है। इसके लिए ठग ने कस्टम ड्यूकी की मांग की। यह ठगी यूरोपियन देश से की गई। बाद में इसकी भी शिकायत पुलिस में दर्ज की गई।
केस-3- सोशल मीडिया पर दोस्ती बनाकर 4.5 लाख रुपया ठगा
जून 2017 में मुंबई के विले पारले के एक एग्जिक्युटिव ने 4.5 लाख रुपए यूके के मेडिकल डायरेक्टर को सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद दे दिया। इस मेडिकल डायरेक्टर ने मुंबई के युवक को बताया कि उसका कुछ मामला फंसा है भारत में और वह आने के बाद इसे हल कर देगा और पैसा वापस दे देगा। इस केस की भी शिकायत पुलिस में दर्ज की गई है।
केस-4- बीमा पॉलिसी पर बोनस देने के नाम पर 11 लाख ठगा
केस-4 – यह पहले तीनों मामलों से अलग है। एक व्यक्ति ने ऑन लाइन बीमा एजेंट बताकर 45 साल महिला के साथ 11 लाख रुपए की ठगी की। इस ठग ने महिला को फोन किया। उसने कहा कि अगर वह अपनी बीमा पॉलिसी की 12 साल की मैच्योरिटी तक इंतजार न करे और कुछ चार्ज दे तो उसे 35 लाख रुपए बोनस मिल सकते हैं। ठग ने अपना नाम समीर आहुजा बताया और महिला को बैंक के खाते की जानकारी दी। महिलाने कई बार में इस व्यक्ति को 17 लाख रुपए दे दिया।
यह खाता लखनऊ और बाराबंकी में सरकारी बैंकों के थे। महिला ने जब बोनस के लिए समीर से बात करनी चाही तो समीर का मोबाइल फोन बंद हो गया।
सावधानी ही आपको बचा सकती है
इन मामलों को देखते हुए आप को सावधान रहना चाहिए। आप को मोबाइल फोन में किसी अंजाने ऐप को डाउन लोड करने से बचना चाहिए। सोशल मीडिया पर अंजाने लोगों से दोस्ती न बनाएं। किसी को मोबाइल फोन नंबर, घर के पते, बैंक की जानकारी या कोई भी पर्सनल जानकारी न दें। ऑन लाइन किसी भी तरह के ऑफर पर भरोसा न करें। बैंकिंग ऐप को पब्लिक इंटरनेट से न खोलें। किसी भी संभावित घटना से पहले सतर्क हो जाएं।
कुल मिलाकर कभी भी कोई भी व्यक्ति ज्यादा पैसे की लालच या ऑफर करे तो आपको उस संबंधित कंपनी जैसे बीमा, बैंक आदि से संपर्क करना चाहिए।