ऐसे वहशी को पिता कहलाने का हक नहीं:तंत्र सिद्धि के लिए 8 साल में 5 बच्चों को मार डाला, पंचायत में जुर्म कबूला; दो बेटियों को नहर में फेंक दिया था
जुर्म कबूलते वक्त आरोपी जुम्मादीन के चेहरे पर शिकन तक नहीं थी, पत्नी रीना ने कहा- कभी सोच भी नहीं सकती कि वह ऐसा भी कर सकता है दो बेटियों को कुछ दिन पहले मारा, 8 साल पहले 9 महीने की बेटी का गला दबाया, 5 साल पहले एक बेटे और एक साल पहले एक और बेटे को मार डाला
ऐसे वहशी को पिता कहलाने का हक नहीं:
यहां के डिडवाड़ा गांव में एक पिता ने 5 बच्चों की हत्या कर दी। आरोपी जुम्मादीन ने पंचायत के सामने जुर्म कबूल कर लिया। बताया कि कैथल के एक तांत्रिक ने कहा था कि तंत्र-सिद्धि के लिए पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे के जन्म से पहले दोनों बच्चियों को मारना जरूरी है। सो मार डाला। जुम्मादीन ने बताया दो बेटियों मुस्कान (11) और निशा (7) को कुछ दिन पहले मारा।
वहीं आठ साल पहले 9 माह की निशा को गला घोंटकर, फिर पांच साल पहले एक वर्ष के आर्यन को और एक साल पहले दो वर्षीय नबी को सल्फास खिलाकर मार दिया। दिल झकझोर देने वाली यह बात बताते वक्त इसके चेहरे पर शिकन तक नहीं थी। आरोपी की पत्नी रीना ने कहा कि ऐसा करेगा कभी सोचा नहीं था। पुलिस ने तांत्रिक खजान सिंह को भी हिरासत में लिया है।
बाइक से ले जाकर फेंक दिया नहर में
जुम्मादीन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि 14 तारीख की रात ही बच्चियों को मार देना चाहता था। घर के सामने मैकेनिक की दुकान देर रात तक खुली रही, इसलिए ऐसा नहीं कर पाया। फिर 15 जुलाई की रात उसने दोनों बच्चियों के साथ-साथ पूरे परिवार को नींद की गोलियां खिला दीं, ताकि वह हत्या को आराम से अंजाम दे सके। इसके बाद वह आराम से एक लड़की को बाइक पर आगे बैठाकर और दूसरी को पीठ पर कपड़े से बांध कर ले गया और नहर में फेंक दिया। 18 को निशा का शव साहनपुर के पास गुजर रही हांसी-बुटाना नहर के पास मिला। 20 जुलाई को मुस्कान का शव भी इसी नहर से मिला।
कभी नहीं बताया कि अपने बच्चों को मार डाला
पत्नी रीना ने कहा कि हत्याओं के बारे में जुम्मादीन ने पहले कभी नहीं बताया। मुझे तो लगता था कि दैवीय प्रकोप के कारण बच्चे मर रहे हैं। एक साल पहले जब मेरा गर्भपात हुआ तो पति को किसी को दिखाने को कहा था। इस पर जुम्मादीन कैथल में एक भक्त के यहां गया था, जहां वह अभी तक जाता था। उस भक्त ने उसे लड़का होने के लिए कुछ फल और धागे दिए। अब मेरे पेट में छठा बच्चा है।
जब पानी लेने आई थी निशा तो नशे में थी
पड़ोसी जगदीश ने बताया कि वारदात की रात लगभग साढ़े आठ बजे निशा उनके घर ठंडा पानी लेने आई थी। तब सही से चल भी नहीं पा रही थी और नशे में लग रही थी। लड़कियों की यह हालत देखकर लग रहा है उन्हें लंबे समय से नशे की गोलियां खिलाई जा रही थीं।
नहर से मिला था निशा का शव, सिर पर नहीं थे बाल
18 जुलाई को जुम्मादीन की छोटी बेटी 7 वर्षीय निशा का शव नहर से मिला था। उसके सिर पर बाल नहीं थे। पुलिस को आरोपी के घर से लड़की के बाल, दो कैंची, उस्तरा और संदिग्ध कपड़े बरामद हुए थे। डीआईजी अश्विन शेणवी ने बताया कि आरोपी ने खुद कबूला है कि तांत्रिक के कहने पर हत्याएं की है। फिर भी पुलिस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। उम्मीद है जल्द पूरी सच्चाई सामने आ आएगी।