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उद्धव ठाकरे का पीएम मोदी को पुरजोर समर्थन, कहा- ‘हमारी सरकार आंखें निकालकर हाथ में देने में सक्षम’

चीन के मुद्दे (india china faceoff) पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक (all party meeting) में बीजेपी से अलग होकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने वाले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackerey) ने मोदी सरकार पर भरोसा जताया है। उद्धव ने कहा कि हमारी सरकार 'आंखें निकालकर हाथ में देने' की क्षमता रखती है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं। हम सब प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) के साथ मजबूती से खड़े हैं।

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मुंबई
चीन के साथ सीमा विवाद (india china faceoff) के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक (all party meeting) बुलाई। बैठक में शामिल टीएमसी, बीजेडी, शिवसेना, टीआरएस समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने एक सुर में सरकार का समर्थन किया और कहा कि हम सरकार और देश के जांबाजों के साथ मजबूती से खड़े हैं। बैठक में बीजेपी से अलग होकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने वाले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackerey) ने मोदी सरकार पर भरोसा जताया और कहा कि हमारी सरकार ‘आंखें निकालकर हाथ में देने’ की क्षमता रखती है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं। हम सब प्रधानमंत्री मोदी के साथ मजबूती से खड़े हैं। हम अपनी देश की सेना और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। भारत शांति चाहता है, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। उन्होंने कहा, ‘चीन हमेशा से धोखेबाज रहा है। भारत मजबूत है, मजबूर नहीं है। हमारी सरकार आंखें निकालकर हाथ में दे देने की क्षमता रखती है।’

शरद पवार ने राहुल गांधी को दिखाया आईना

उधर महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के सहयोगी दल एनसीपी ने भी प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपना समर्थन जताया। इसके साथ ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने चीन के सामने सैनिकों को निहत्थे भेजे जाने के राहुल गांधी के सवाल पर उन्हें आईना भी दिखाया। देश के रक्षा मंत्री रह चुके शरद पवार ने कहा कि सैनिक कब-कहां हथियार के साथ रहेंगे और कहां नहीं, यह अंतरराष्ट्रीय समझौतों के मुताबिक तय होता है। सूत्रों की मानें तो पवार ने कहा कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर कुछ भी बोलते वक्त लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। बड़ी बात यह है कि पवार खुद रक्षा मंत्री रह चुके हैं और जब वह बोल रहे थे तब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मीटिंग में मौजूद थीं।

चीन को लेकर क्या हो नीति, मोदी ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

दरअसल चीन के धोखे ने भारत को अब उसके प्रति हमारी नीति बदलने पर विचार करने को मजबूर कर दिया है। चीन को लेकर हमारी नीति क्या हो? क्या हमारे सैनिकों पर उसके सैनिकों के बर्बरतापूर्ण हमले पर कोई ऐसा ऐक्शन लिया जाए जिससे चीन को कड़ा संदेश मिल सके? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलाई सर्वदलीय बैठक में इन्हीं गंभीर सवालों पर चर्चा हुई। इस बैठक में 20 दलों के प्रमुख या प्रतिनिधि शामिल थे।

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