हैकर्स से खुद को कैसे बचाएं:घर में स्मार्ट डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान रहें, इंटरनेट से जुड़ी हर चीज से प्राइवेसी को खतरा; 6 तरीकों से रखें खुद को सुरक्षित
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कंपनियों को ग्राहकों की सुरक्षा के लिए मजबूत उपाय करने चाहिए, लेकिन यूजर को भी तकनीक के मामले में अपनी सुरक्षा के लिए सक्रिय रहना होगा। एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल बार-बार न करें, अलग-अलग सर्विसेज के लिए बनाएं खास और अनोखे पासवर्ड एक्सपर्ट्स के मुताबिक किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले पॉलिसी को पढ़ना चाहिए, अच्छे ब्रांड का प्रोडक्ट ही खरीदें
. समय तेजी से बदल रहा है। ऑफिस, स्कूल के साथ-साथ अब घर भी डिजिटल बनते जा रहे हैं। वाई-फाई, सिक्योरिटी कैमरा जैसी चीजें रोज की जरूरतों का हिस्सा बन गई हैं। स्मार्ट होम डिवाइस हमें मदद करती हैं और कठिन काम और आसान बनाती हैं, लेकिन यह हमारी निजता के लिए खतरा भी हैं। कई तरह की स्मार्ट होम डिवाइस खास तौर से हम पर नजर रखने के लिए तैयार की जाती हैं। ऐसे में हमें सावधानियां रखना बेहद जरूरी हो जाता है।
साइबर सिक्योरिटी कंसल्टेंसी फर्म फोर्टेलिक सॉल्यूशन्स की फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव थैरेसा पैटन का कहना है, “हर वो डिवाइस जो इंटरनेट से जुड़ी है, वो टार्गेट पर होती है।” इन छह तरीकों से अपनी डिवाइस और खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
1. अपने नेटवर्क को सुरक्षित करें
- अगर आपने वाई-फाई नेटवर्क को पासवर्ड से सुरक्षित नहीं किया है या पहले से ही सेट पासवर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपकी डिवाइस खतरे में हैं। थैरेसा कहती हैं, “लोगों को समझना होगा कि इस तरह के डिफॉल्ट पासवर्ड का इंटरनेट पर कैटलॉग होता है।”
- इसका उपाय आसान है। डिवाइस में खास पासवर्ड लगाएं और इसे दूसरे किसी अकाउंट के साथ साझा न करें। इसके अलावा आप गेस्ट नेटवर्क की मदद से अपने स्मार्ट डिवाइस को कंप्यूटर और स्मार्टफोन से दूर रखकर और सुरक्षा बढ़ा सकते हैं।
2. हर बार नए और अनोखे पासवर्ड का इस्तेमाल करें
- कभी भी पुराने यूजरनेम और पासवर्ड का इस्तेमाल दोबारा न करें। ऐसा करना आसान होता है, लेकिन अगर कभी आपका पुराना यूजरनेम और पासवर्ड चोरी होता है तो यह आपके इस्तेमाल में आई हर सर्विस को सार्वजनिक कर देगा।
- इसका केवल एक ही उपाय है कि हर सर्विस, जैसे- ऑनलाइन शॉपिंग, होम नेटवर्क के लिए अनोखे पासवर्ड का इस्तेमाल करें। हालांकि, इतने सारे पासवर्ड याद रखना नामुमकिन लगता है, लेकिन आप पासवर्ड मैनेजर जैसी ऐप्स की मदद ले सकते हैं।
3. केवल ब्रांड पर ही भरोसा करें
- सभी सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स भरोसेमंद और लंबे समय से बाजार में मौजूद ब्रांड्स के इस्तेमाल पर सहमति जताते हैं। इन कंपनियों की सुरक्षा के मामले में साख होती है। इसके अलावा कोई भी चीज खरीदने से पहले अच्छे सोर्स से प्रोडक्ट के रिव्यूज पढ़ लें। बड़ी कंपनियों के पास किसी परेशानी को संभालने के लिए मजबूत बैक-अप भी होता है।
4. अपने स्तर पर भी देखें कैसे सुरक्षित रख सकते हैं डिवाइस
- अगर मुमकिन हो तो टू-फैक्टर वैरिफिकेशन की मदद लें। स्मार्ट होम में शामिल कई डिवाइस में यह फीचर मौजूद होता है। ऐसे में जब भी हो इसका इस्तेमाल करें। कई निर्माता आपको आटोमैटिक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अपडेट्स का ऑप्शन देते हैं।
- एक्सपर्ट्स भी डिवाइस में नए सिक्योरिटी अपडेट्स इंस्टॉल करने की सलाह देते हैं। ऐसे में हमेशा डिवाइस के सेटिंग्स सेक्शन को चैक करने का ध्यान रखें।
5. उपयोग से पहले पढ़ाई
- स्मार्ट होम डिवाइस का इस्तेमाल करने वाले लोगों में यह चिंता बनी रहती है कि कहीं उन्हें हैकर्स से तो खतरा नहीं है। इसके अलावा वे यह भी पता नहीं कर पाते कि निर्माता पर भी भरोसा करें या नहीं। किसी ऐप में साइन इन करने से निर्माता कंपनी को आपके व्यवहार का पता नहीं लगना चाहिए, लेकिन यह आपकी डिवाइस का डाटा उन तक पहुंचा सकती है।
- अगर आपके पास समय नहीं है तो वायर कटर जैसे सोर्स की मदद ले सकते हैं। वायरकटर आपके अलग-अलग डिवाइस की प्राइवेसी पॉलिसी पर विचार और आकलन करता है।
- इंटरनेट के इस्तेमाल से चलने वाली किसी भी डिवाइस का उपयोग करने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि आप कौनसा डेटा शेयर कर सकते हैं। ऐसे में प्राइवेसी पॉलिसी की टर्म्स और कंडीशन जरूर पढ़ें। यह काम कठिन है, लेकिन आईकॉनिक आईटी फर्म में फाइनेंस के फाउंडर और वाइस प्रेसिडेंट क्रिस हूस इस तरह के क्लॉज पढ़ने की सलाह देते हैं, जिनमें यह बताया गया हो कि कंपनी आपके डेटा के साथ क्या करने वाली है, कंपनी कैसे आपके डेटा को सुरक्षित करेगी, कंपनी कैसे आपको कॉन्टैक्ट करेगी।
- यह जानें कि क्या आप सेटिंग्स में जाकर इस तरह के पॉलिसी से खुद को बाहर रख सकते हैं या नहीं, क्योंकि कई ऐप्स इस तरह की सुविधा देती हैं। कुछ सिस्टम आपको यह तय करने की सुविधा देते हैं कि आपको डेटा शेयर करना है या नहीं।
6. अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी आप भी उठाएं
- प्रोडक्ट निर्माताओं पर सुरक्षा को बेहतर सुरक्षा देने का दबाव बना हुआ है। इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन में स्टाफ टेक्नॉलॉजिस्ट बैनेट साइफर्स कहते हैं “जहां भी मुमकिन हो इंडस्ट्री को मजबूत एनक्रिप्शन का इस्तेमाल करना चाहिए।” डिजिटल स्टैंडर्ड्स और मोजिला फाउंडेशन जैसी संस्थाएं कंपनियों और सरकार पर सुरक्षित उपाय करने के लिए दबाव बना रही हैं।
- हालांकि, फिलहाल के लिए एक्सपर्ट्स इस बात पर सहमति जताते हैं कि ग्राहकों को भी अपनी सुरक्षा के लिए सक्रिय रहना होगा। थैरेसा ने कहा, “जिस तरह से आप अपनी और परिवार की सुरक्षा और निजता का ख्याल रखते सकते हैं, वैसा कोई नहीं रखेगा।”