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स्प्रिंटर दुती चंद को फंड की कमी / ओलिंपिक टलने के कारण ट्रेनिंग के लिए मिला पैसा खत्म, अब कार बेचकर टोक्यो गेम्स की तैयारी करेंगी

दुती चंद ने कहा कि कोरोना के कारण सरकार के पास भी पैसा नहीं है, ऐसे में अगर मैं पैसा मांगती हूं, तो यह अच्छा नहीं लगेगा कोरोना के कारण टोक्यो ओलिंपिक एक साल के लिए टाल दिए गए हैं, अब गेम्स 2021 में 23 अगस्त से 8 अगस्त तक होंगे दुती ने पिछले साल रांची में हुई नेशनल ओपन एथलेटिक्स में 100 मीटर रेस में अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा था, उन्होंने 11.22 सेकंड में रेस पूरी की थी

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दुती चंद ने कहा- कोरोनावायरस का खेलों पर बुरा असर पड़ा है। फिलहाल कोई भी स्पॉन्सर पैसा देने को तैयार नहीं हो रहा है। ऐसे में ट्रेनिंग पर असर पड़ा है। - फाइल फोटोदुती चंद ने कहा- कोरोनावायरस का खेलों पर बुरा असर पड़ा है। फिलहाल कोई भी स्पॉन्सर पैसा देने को तैयार नहीं हो रहा है। ऐसे में ट्रेनिंग पर असर पड़ा है। – फाइल फोटो

 

टोक्यो ओलिंपिक टलने के कारण देश की सबसे तेज महिला स्प्रिंटर दुती चंद को फंड की कमी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उन्होंने ओलिंपिक की ट्रेनिंग का खर्चा निकालने के इरादे से अपनी बीएमडब्ल्यू कार बेचना का फैसला किया है। उनके पास 2015 बीएमडब्ल्यू थ्री-सीरीज है। उन्होंने 30 लाख रुपए में यह कार खरीदी थी।

उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की ट्रेनिंग के लिए राज्य सरकार और स्पॉन्सर्स की तरफ से मिला सारा पैसा खर्च कर दिया। इस बीच कोविड-19 महामारी के कारण गेम्स एक साल के लिए टाल दिए गए। ऐसे में उनके पास ट्रेनिंग के लिए फंड नहीं है।

दुती ने कहा- अब तक मेरी ट्रेनिंग अच्छी चल रही है। मैं भुवनेश्वर में तैयारी कर रही हूं। पहले टोक्यो ओलिंपिक की ट्रेनिंग के लिए फंड की दिक्कत नहीं थी, क्योंकि गेम्स जुलाई में होने वाले थे। इस बीच कोरोनावायरस के कारण ओलिंपिक को टालना पड़ गया। मुझे स्पॉन्सर्स से ट्रेनिंग के लिए जो भी पैसे मिले थे, वह खत्म हो गए।

‘मुझे स्पॉन्सर्स ढूंढने में दिक्कत हो रही’

दुती ने कहा- अब मुझे ट्रेनिंग के लिए फंड की जरूरत है, लेकिन कोरोना के कारण मुझे स्पॉन्सर्स ढूंढने में परेशानी आ रही है। इसलिए मैंने ट्रेनिंग का खर्चा निकालने के लिए अपनी कार बेचने का फैसला किया है।

दुती चंद इस साल अर्जुन अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट हुईं
इस साल अर्जुन अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट की गई इस एथलीट ने कहा कि कोविड-19 का खेलों और स्पॉन्सर्स पर बुरा प्रभाव पड़ा है। इस वक्त कोई खिलाड़ियों को सपोर्ट करने को तैयार नहीं है। फिलहाल, दुती के साथ प्यूमा कंपनी का करार है, वो भी इस साल दिसंबर में खत्म हो रहा है।

सरकार के पास भी पैसा नहीं: दुती चंद
दो बार की एशियन गेम्स सिल्वर मेडलिस्ट दुती ने कहा कि कोरोना के कारण सरकार के पास भी पैसा नहीं है। ऐसे में अगर मैं ट्रेनिंग के लिए पैसा मांगती हूं, तो यह अच्छा नहीं लगेगा। कोरोनावायरस ने हम सभी को प्रभावित किया है, जब कोई इवेंट नहीं है, तो कोई भी हमें स्पॉन्सर करने के लिए भी तैयार नहीं है। हम सभी नुकसान में हैं, ये परेशानी का वक्त है।

‘फिटनेस लेवल हासिल करने में 6 महीने का वक्त लगेगा’

24 साल की इस स्प्रिंटर ने कहा कि जो खिलाड़ी होस्टल में रहकर ट्रेनिंग कर रहे हैं, उन पर कोरोना का सबसे ज्यादा असर पड़ा है। ओलिंपिक को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसका असर सभी एथलीट्स पर पड़ेगा। लॉकडाउन के कारण सभी खिलाड़ियों को घर में रहना पड़ रहा है। इसलिए, हमें अपने बेस्ट फिटनेस लेवल तक पहुंचने में 6-7 महीने का वक्त लग जाएगा।

टोक्यो ओलिंपिक में जगह बनाने के लिए 1 साल से भी कम का वक्त

दुती ने दो महीने के लॉकडाउन के बाद 25 मई को कलिंगा स्टेडियम में दोबारा ट्रेनिंग शुरू की है। उनके पास टोक्यो ओलिंपिक में जगह बनाने के लिए एक साल से भी कम का वक्त बचा है, क्योंकि गेम्स के नए क्वालिफिकेशन पीरियड की डेडलाइन 29 जून 2021 है।

वहीं, इंटरनेशनल फेडरेशन इससे पहले गेम्स के क्वालिफिकेशन के लिए अपनी डेडलाइन तय कर सकते हैं। ऐसे में खिलाड़ियों के पास अब कुछ महीनों का ही वक्त बचा है। टोक्यो गेम्स अगले साल 23 अगस्त से 8 अगस्त के बीच होंगे।

सबसे तेज महिला एथलीट हैं दुती

दुती ने पिछले साल रांची में हुई नेशनल ओपन एथलेटिक्स में 100 मीटर रेस में अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा था, उन्होंने 11.22 सेकंड में रेस पूरी की थी।

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