सुशांत केस:सीबीआई का कूपर अस्पताल के डॉक्टरों से सवाल- ऑटोप्सी रिपोर्ट में मौत का वक्त क्यों नहीं है?; एम्स की फॉरेंसिक टीम ऑटोप्सी के वीडियो जांचेगी
सीबीआई ने सुशांत के दोस्त, हेल्पर और कुक से पूछताछ की, वॉटर स्टोन रिसॉर्ट में भी स्टाफ से सवाल किए रिया से पूछताछ के लिए कल समन भेज सकती है सीबीआई, परिवार को सदस्यों को भी बुलाया जा सकता है
सुशांत केस में सीबीआई ने लगातार तीसरे दिन सोमवार को एक्टर के फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी, हेल्पर दीपेश और कुक नीरज सिंह से पूछताछ की। इसके अलावा सुशांत के सीए रजत मेवाती से भी सवाल-जवाब किए। सीबीआई की टीम वॉटर स्टोन रिसॉर्ट भी गई और वहां स्टाफ का बयान लिया। इस होटल में डिप्रेशन के वक्त सुशांत रुके थे।
कूपर अस्पताल ने सप्लीमेंट्री रिपोर्ट जारी की, मौत का वक्त बताया
इसके अलावा एक टीम कूपर अस्पताल भी गई, जहां सुशांत की ऑटोप्सी की गई थी। टीम ने ऑटोप्सी करने वाले डॉक्टरों से सवाल किया और पूछा कि इस रिपोर्ट में मौत का समय क्यों नहीं था? कूपर अस्पताल में 15 जून को सुशांत की ऑटोप्सी की गई थी। हालांकि, आज ही अस्पताल ने सप्लीमेंट्री पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जारी की, इसमें मौत का वक्त पोस्टमॉर्टम से 10-12 घंटे पहले का बताया गया है।
एम्स फॉरेंसिक डिपार्टमेंट ऑटोप्सी से जुड़े वीडियो का एनालिसिस करेगा
एम्स का फॉरेंसिक डिपार्टमेंट ने 5 लोगों की एक टीम बनाई है, जो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की स्टडी करेगी। इसके अलावा ऑटोप्सी रिपोर्ट से जुड़े वीडियो भी सीबीआई की टीम ने सौंपे हैं। इनकी भी जांच की जाएगी। टीम यह जांचेगी कि कहीं सुशांत का मर्डर तो नहीं किया गया है।
रिया और उसकी फैमिली से जल्द पूछताछ संभव
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच कर रही सीबीआई रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के सदस्यों से कभी भी पूछताछ कर सकती है। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी जल्द ही रिया को समन भेज सकती है। उधर, सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा, “सीबीआई अपना होमवर्क पूरा करने के बाद रिया से सवाल-जवाब शुरू करेगी। रिया अगर जांच में सहयोग नहीं करेगी तो उसकी गिरफ्तारी हो सकती है।”
सीबीआई की टीम ने सुशांत के फ्लैट मालिक संजय लालवानी से रविवार को पूछताछ की थी। उनसे एक बार फिर पूछताछ की जा सकती है।
सीबीआई, रिया से इन 10 पॉइंट पर सवाल-जवाब कर सकती है-
10. कॉल डिटेल्स सामने रखकर रिया से कुछ सवाल पूछे जा सकते हैं।
सुशांत डेथ मिस्ट्री:सुशांत के विसरा के बचे हुए 20% हिस्से के जरिए सीबीआई को मिलेगा सुराग, इसके 80% हिस्से का इस्तेमाल मुंबई पुलिस कर चुकी है
- सुशांत ने जिस कपड़े से फंदा लगाया, वह 200 किलोग्राम वजन उठा सकता था, जबकि सुशांत का वजन 80 किलो था
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी मिली गड़बड़ी, गर्दन और फंदे के साइज के आकार में करीब 16.5 सेंटीमीटर का अंतर लिखा गया
सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेन्सिक जांच रिपोर्ट सीबीआई के पास आ चुकी है। इसके बाद टीम से जुड़े फॉरेन्सिक एक्सपर्ट अब सुशांत के बचे हुए विसरा से सच का पता लगाने की कोशिश करेगी। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के सूत्रों ने खुलासा किया कि सुशांत के डीएनए, उनके खून और अन्य अंगों से लिए गए नमूनों में से करीब 80 फीसदी का इस्तेमाल मुंबई पुलिस कर चुकी है। सीबीआई यह काम बाकी बचे हुए 20 प्रतिशत विसरा से करेगी।
फंदा लगाने की तीन थ्योरीज से करनी होगी जांच
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एसआईटी को सुशांत की मौत की जांच तीन थ्योरीज के आधार पर करनी होगी। इनमें मुंबई पुलिस की रिपोर्ट्स के आधार पर बताई गई कुर्ते/गाउन से फंदा लगाने की बात भी शामिल है। सोशल मीडिया पर वायरल फोटोज और वीडियो आधार पर यह कहा जा रहा है कि उनके कमरे में बाथरोब बेल्ट भी थी। उधर, सुशांत के एक्स रूममेट अंकित आचार्य का दावा था कि सुशांत को उनके डॉग फज की बेल्ट से गला घोंट कर मारा गया।
पीएम रिपोर्ट में शामिल थे ये सारे फैक्ट्स
- सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कुल 7 पन्नों की है। इस रिपोर्ट के आधार पर एक्सपर्ट का कहना है कि उनके गले पर फंदे का निशान बना हुआ है। गर्दन के पीछे यह निशान नहीं था जबकि गर्दन की दाहिनी तरफ यह निशान ज्यादा गहरा था।
- सुशांत की पीएम रिपोर्ट में गर्दन की मोटाई 49.5 सेंटीमीटर दर्ज की गई है। लेकिन, उसी गर्दन पर बने फांसी के फंदे के निशान यानी लिगेचर मार्क्स की लेंथ 33 सेंटीमीटर लिखी गई है।
- चौंकाने वाली बात यह है कि सुशांत की गर्दन का आकार और फंदे की वजह से गर्दन पर बने निशान का आकार अलग-अलग है। इन दोनों के आकार में करीब 16.5 सेंटीमीटर का अंतर है।
टीम के पास बाकी बचे ये सुबूत भी हैं
विसरा के सैम्पल्स के अलावा कलिना लैब ने टीम को सुशांत के कमरे से मिली दवाओं और सिगरेट बड्स भी सौंप दी हैं। गौरतलब है कि सीबीआई टीम 22 अगस्त को सुशांत की मौत मामले से जुड़े बाकी सुबूतों को लेने के लिए मुंबई के कूपर अस्पताल पहुंची थी। जहां पोस्टमार्टम किया गया था। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को विसरा या पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी गड़बड़ी की आशंका थी, जिसके बाद सीबीआई ने टेस्ट के लिए बाकी बचे सभी सुबूतों को मंगाया है।