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बुलेट ट्रेन का अब काम होगा शुरू:बुलेट ट्रेन के लिए लार्सन एंड टूब्रो को मिल सकता है कांट्रैक्ट, 24,958 करोड़ रुपए के साथ सबसे कम बोली लगाई

एलएंडटी ने जो बोली जीती है उसमें मुंबई-अहमदाबाद का यह प्रोजेक्ट वापी से बड़ौदा के दौरान होगा, जो गुजरात में है। इसमें 4 स्टेशन होंगे। वापी, बिल्लीमोरा, सूरत और भरूच होंगे बुलेट ट्रेन के मुंबई-अहमदाबाद प्रोजेक्ट के लिए टाटा ग्रुप ने 28 हजार करोड़ जबकि अफकॉंस ग्रुप ने 37 हजार करोड़ की बोली लगाई थी पिछले महीने टेक्निकल बिड को खोला गया था। आज फाइनेंशियल बिड को खोला गया है

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लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) बुलेट ट्रेन का कांट्रैक्ट जीत सकती है। खबर है कि इसने 24 हजार 958 करोड़ रुपए के साथ सबसे कम बोली इस प्रोजेक्ट के लिए लगाई है। यह प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद के लिए होगा। इसके साथ ही एलएंडटी ने दो ग्रुप को पीछे छोड़ दिया है। इन दोनों ने भी बुलेट ट्रेन के लिए बोली लगाई थी।

एनएचआरसीएल ने खोली टेंडर

जानकारी के मुताबिक, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (एनएचआरसीएल) ने सोमवार को बुलेट ट्रेन से संबंधित निविदा (टेंडर) को खोला था। इसके मुताबिक 508 किलोमीटर के लंबे प्रोजेक्ट पर 237 किलोमीटर की दूरी को डिजाइन करने और बनाने के लिए यह निविदा खोली गई थी। एलएंडटी के साथ टाटा प्रोजेक्ट-जे कुमार इंफ्रा, एनसीसी-अफकॉस इंफ्रा और इरकॉन इंटरनेशनल-जेएमसी प्रोजेक्ट इंडिया रेस में थे।

तीन दावेदारों में जीती एलएंडटी

एनएचआरसीएल ने बताया कि एलएंडटी सबसे कम भाव के साथ इसमें मुख्य कंपनी के रूप में उभरी है। इसके अलावा तीन और दावेदार थे जिन्होंने फाइनेंशियल बिड भरा था। इस प्रोजेक्ट के टेक्निकल बिड को 23 सितंबर को खोला गया था। उसके एक महीने से भी कम समय में फाइनेंशियल बिड को खोला गया है।

83 पर्सेंट जमीन ले ली गई है

एनएचआरसीएल ने इससे पहले कहा था कि इस प्रोजेक्ट के लिए करीबन 83 पर्सेंट जमीन ले ली गई थी। यह पूरी जमीन गुजरात में है। जानकारी के मुताबिक टाटा की अगुवाई वाले ग्रुप ने 28 हजार करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। अफकॉस इंफ्रा की अगुवाई वाले ग्रुप ने 37 हजार की बोली लगाई थी। इन दोनों ग्रुप की तुलना में एलएंडटी ने 3 हजार करोड़ और 12 हजार करोड़ रुपए कम की बोली लगाई थी।

यह टेंडर 47 पर्सेंट हिस्सा कवर करेगा

यह टेंडर इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का करीबन 47 पर्सेंट हिस्सा कवर करेगा। यह प्रोजेक्ट वापी से बड़ौदा के दौरान होगा, जो गुजरात में है। इसमें 4 स्टेशन होंगे। वापी, बिल्लीमोरा, सूरत और भरूच होंगे। इस बीच में 24 नदियां होंगी और 30 रोड क्रॉसिंग होंगे। बता दें कि मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन शुरू होने से इस पर व्यापारिक गतिविधियां बढ़ जाएंगी।

मुंबई- अहमदाबाद रूट पर सबसे ज्यादा ट्रेनें

वैसे देश भर में मुंबई-अहमदाबाद रूट पर सबसे ज्यादा ट्रेनें हैं। इस पर करीबन 32 ट्रेनें चलती हैं। इसमें तेजस एक्सप्रेस भी इस रूट पर है। इसके अलावा इस रूट पर फ्लाइट भी काफी ज्यादा चलती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मुंबई में गुजराती बिजनेसमैन हैं। खासकर शेयर बाजार में इनकी संख्या काफी ज्यादा है।

देशभर में बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी:भारतीय रेलवे दिल्ली अहमदाबाद समेत 7 रूट्स पर बुलेट ट्रेन चलाने की बना रही योजना; पहली ट्रेन 2023 तक चलने की संभावना

दिल्ली-अहमदाबाद 886 किलोमीटर ट्रैक के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रहा है।
  • अहमदाबाद-मुंबई के अलावा देश के हर कोने में बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद रेलवे ने शुरू की है
  • हाई स्पीड कॉरिडोर पर ट्रेन 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है
  • रेलवे की योजना है कि सात व्यस्त रूट पर बुलेट ट्रेन चलाई जाए

अहमदाबाद-मुंबई रूट पर पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के बाद भारतीय रेलवे दिल्ली और अहमदाबाद समेत 7 रूट्स पर बुलेट ट्रेन की सौगात दे सकता है। इसके लिए रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है, जिसके तहत उसने नेशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) से हाथ मिलाया है। जानकारी के मुताबिक एनएचएआई नई बुलेट ट्रेनों के लिए जमीन का अधिग्रहण करेगा।

इसके अलावा रेलवे ने हाई स्पीड और सेमी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए 7 नए रूटों की पहचान की है, जहां जल्द ही और बुलेट ट्रेनें चलाई जा सकती है। बता दें कि हाई स्पीड कॉरिडोर पर ट्रेन 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। जबकि सेमी हाई स्पीड कॉरिडोर पर ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।

इन सात रूट्स पर बुलेट ट्रेन चलाने की है योजना

अहमदाबाद-मुंबई के अलावा देश के हर कोने में बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद रेलवे ने शुरू की है। रेलवे की योजना है कि सात व्यस्त रूट पर बुलेट ट्रेन चलाई जाए। इसके लिए दिल्ली वाराणसी (865 किलोमीटर) के डाटा कलेक्शन के लिए टेंडर जारी हो चुका है। दिल्ली-अमृतसर (435 किलोमीटर), वाराणसी-हावड़ा (760 किलोमीटर), चैन्नई-मैसूर (435 किलोमीटर), मुंबई-नागपुर (753 किलोमीटर), मुंबई-हैदराबाद (711 किलोमीटर), दिल्ली-अहमदाबाद (886 किलोमीटर) रेल रूट चुना गया है।

दिल्ली-अहमदाबाद रूट के लिए तैयारी शुरू

दिल्ली-अहमदाबाद 886 किलोमीटर ट्रैक के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रहा है। इस रूट पर तेज रफ्तार ट्रेन चलाने के लिए मंगलवार को डाटा कलेक्शन के लिए टेंडर भी जारी किया गया है। बता दें कि यह बुलेट ट्रेन दिल्ली-अहमदाबाद वाया जयपुर, उदयपुर चलाई जाएगी।

पहली बुलेट ट्रेन 2023 तक चल सकती है

कुछ महीने पहले रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने कहा था कि कोविड-19 महामारी के बावजूद अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना पर काम समय पर पूरा होने की संभावना है। देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की समय सीमा दिसंबर 2023 तक है। हालांकि, इस महत्वाकांक्षी परियोजना में कई समस्याएं हैं, इनमें सबसे बडी समस्या जमीन मालिकों द्वारा विरोध और भारतीय रुपए और जापानी येन के बीच व्यापक अंतर के कारण परियोजना की लागत बढ़ती जा रही है।

अहमदाबाद-मुंबई के बीच रेल कॉरिडोर के लिए जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी ने कुल लोन का 80 प्रतिशत हिस्सा 20 साल के लिए दिया है। कुल लोन एक लाख करोड़ रुपए है जो इस प्रोजेक्ट के लिए चाहिए। बाकी का खर्च महाराष्ट्र सरकार और गुजरात सरकार उठाएगी।

अहमदाबाद से मुंबई का सफर 2 घंटे 7 मिनट का होगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की सौगात दी थी। हाई स्पीड कॉरिडोर मुंबई-अहमदाबाद रूट पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस रूट पर बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। अहमदाबाद से मुंबई तक के सफर में करीब 2 घंटे 7 मिनट का वक्त लगेगा। प्रॉजेक्ट में कुल दूरी करीब 508 किलोमीटर की है।

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