पुलवामा में आतंकी हमला / आतंकियों ने 4 दिन में दूसरी बार सीआरपीएफ टीम को निशाना बनाकर आईईडी ब्लास्ट किया, एक जवान जख्मी
यह हमला जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के गंगू इलाके में सुबह करीब 7:40 बजे किया 1 जुलाई को सोपोर में सीआरपीएफ की पार्टी पर हमला किया गया था, इसमें एक जवान शहीद हो गया था
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के सर्कुलर रोड पर आतंकियों ने सीआरपीएफ के गश्ती दल को निशाना बनाकर आईईडी ब्लास्ट किया। इसके बाद फायरिंग कर दी। सुबह करीब 7:40 बजे किए गए इस हमले में सीआरपीएफ की 182 बटालियन का एक जवान जख्मी हो गया। बताया जा रहा है कि आतंकी बड़ा नुकसान पहुंचाना चाहते थे, लेकिन कामयाब नहीं हुए। उनकी तलाश की जा रही है।
4 दिन पहले सोपोर में हुआ था हमला
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर कस्बे में सीआरपीएफ की पार्टी पर बुधवार को आतंकियों ने हमला किया था। फायरिंग में 1 जवान शहीद हो गया था और 3 जख्मी हुए थे। आतंकियों की फायरिंग की चपेट में आए 1 नागरिक की भी मौत हो गई थी। मारे गए व्यक्ति के साथ उनका 3 साल का पोता भी था। सिक्योरिटी फोर्सेज ने बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया था।
मई में ऐसा ही हमला नाकाम किया था
सुरक्षाबलों ने 28 मई को एक ऐसे ही हमले को नाकाम किया था। उन्हें बांदीपोरा जिले में राजपुरा रोड पर शादीपुरा के पास एक सफेद सेंट्रो कार मिली थी, जिसमें आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) मिली थी। कार के अंदर ड्रम में विस्फोटक रखा था। खबर लगते ही सुरक्षाबलों ने आसपास का इलाका खाली करा लिया। इसके बाद बम डिस्पोजल स्क्वाड ने कार को उड़ा दिया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि कार में करीब 40-50 किलो विस्फोटक था।
पुलवामा हमले में 350 किलो आईईडी का इस्तेमाल हुआ था
- 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के अवन्तीपुरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। गोरीपुरा गांव के पास हुए इस हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे।
- आत्मघाती ने विस्फोटक से लदी गाड़ी सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस से टकरा दी थी। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। पुलवामा हमला कश्मीर में 30 साल का सबसे बड़ा आतंकी हमला था। आतंकियों ने हमले के लिए 350 किलो आईईडी का इस्तेमाल किया था।