पश्चिम बंगाल में हिंसा:उत्तर दिनाजपुर में नाबालिग के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों की पुलिस से झड़प, प्रदर्शनकारियों ने 3 बसों में आग लगाई
पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर में पुलिस पर हमला और सरकारी बसों में आग लगाने वालों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। घटना उत्तर दिनाजपुर के कालागाछ इलाके की है, यहां रविवार को नाबालिग लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कोलकाता को उत्तर बंगाल से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया
पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा में रविवार को नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों की पुलिस से झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी और तीन सरकारी बसों में आग लगा दी। भीड़ को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने पहले लाठीचार्ज किया। इससे बात नहीं बनी, तो आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
पुलिस पर हमला और आगजनी के इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
लड़की ने हाल ही में दसवीं बोर्ड की परीक्षा पास की थी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तौर पर जिस लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है, उसने हाल ही में दसवीं की परीक्षा पास की थी। रविवार सुबह जैसे ही उसके गायब होने की जानकारी परिवार को मिली मिली, उसने आस-पास लड़की की तलाश शुरू की। बाद में उसका शव एक पेड़ के पास मिला।
लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चक्काजाम किया
गुस्साए लोगों ने कोलकाता को उत्तर बंगाल से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचीं और लोगों को हटने के लिए कहा। इसी दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों में झड़प शुरू हो गई और प्रदर्शनकारियों ने तीन सरकारी बसों को आग के हवाले कर दिया।
पुलिस ने कहा- स्थानीय नेताओं ने लोगों को भड़काया
चोपड़ा पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद कुछ स्थानीय लोगों ने लड़की के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर दी। हमने उन्हें शांत कराने की काफी कोशिश की। हालात तब और बिगड़ गए, जब एक राजनीतिक दल के कुछ नेताओं ने लोगों को भड़काने के लिए बयानबाजी शुरू कर दी।
प्रदर्शनकारियों ने आरएएफ जवानों पर देसी बम फेंके
मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों की संख्या प्रदर्शनकारियों से कम थी। आनन-फानन में रैपिड एक्शन फोर्स को बुलाया गया। जैसे ही आरएफएफ मौके पर पहुंचीं, तो प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और उन्होंने आरएएफ जवानों पर भी देसी बम फेंकने शुरू कर दिए। इसी दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने 3 सरकारी बसों के डीजल टैंक को तोड़ा और फिर उनमें आग लगा दी।