किसानों की ट्रैक्टर रैली को इजाजत:दिल्ली पुलिस ने कहा- रैली के दौरान गड़बड़ी की आशंका, इसके लिए पाकिस्तान में 308 ट्विटर हैंडल बनाए गए
कई दिन तक चली तनातनी के बाद आखिरकार किसानों को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत मिल गई है। रविवार शाम को दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने कहा, ‘किसान सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली के अंदर पहुंचेंगे। टिकरी से 63 किमी, सिंघु से 62 किमी और गाजियाबाद बॉर्डर से 46 किमी तक रैली निकालने की इजाजत दी गई है। इस दौरान उन्हें शांति बनाए रखनी होगी और सुरक्षा बलों का सहयोग करना होगा।’
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि सीमा पार से आंदोलन में हिंसा की साजिश रची जा रही है। स्पेशल कमिश्नर पाठक ने कहा, ‘किसानों की रैली में हिंसा के लिए कई इनपुट मिल रहे हैं। 13 जनवरी से 18 जनवरी के बीच समीक्षा के दौरान हमें पता चला कि रैली में गड़बड़ी फैलाने के लिए 308 ट्विटर हैंडल पाकिस्तान में जेनरेट हुए हैं।’
पुलिस ने कहा- किसानों के साथ मिलकर गड़बड़ी रोकेंगे
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय समारोह के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा और दूसरे ग्रुप्स के साथ बातचीत की गई है। 26 जनवरी के सिक्योरिटी अरेंजमेंट और रैली की सुरक्षा पर हमारा फोकस है। दिल्ली में आने के बाद किसानों के काफिले को रिपब्लिक डे सेलिब्रेशन वाले दायरे से पहले दाएं-बाएं टर्न कराया जाएगा।
किसान केवल ट्रैक्टर लाएं, ट्रॉलियां साथ न लाने को कहा
किसान आंदोलन से जुड़े स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने किसानों से अपील की है कि 26 जनवरी की रैली के लिए वे दिल्ली के अंदर सिर्फ ट्रैक्टर ही लाएं, अपनी ट्रॉलियां न लेकर आएं।
100 किमी के मार्च का 45 किमी हिस्सा दिल्ली में
किसानों ने 26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली को किसान गणतंत्र परेड का नाम दिया है। किसान अपने मार्च के दौरान सिंघु बॉर्डर से दिल्ली में 10 किलोमीटर भीतर दाखिल होंगे। इसके बाद संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, बवाना, कंझावाला, कुतुबगढ़ होते हुए चंडी बॉर्डर पहुंचेंगे। फिर हरियाणा में दाखिल होकर वापस सिंघु आ जाएंगे। करीब 100 किलोमीटर के इस मार्च का 45 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में होगा।
ट्रैक्टर परेड की तैयारियां तेज
किसान करीब एक महीने से ट्रैक्टर परेड की तैयारियां कर रहे हैं। पंजाब के कई शहरों और गांवों में इसकी रिहर्सल की जा रही है। पंजाब के कई जिलों से किसान ट्रैक्टर लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं।
किसान आंदोलन से पकड़ाया युवक हरियाणा का, मां घरों में झाड़ू-पोंछा करती है
किसान द्वारा पुलिस को सौंपा गया युवक योगेश हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है। युवक के ताऊ आनंद ने बताया कि 20 जनवरी के बाद भतीजा घर नहीं आया। उसकी गुमशुदगी की शिकायत देने के लिए पिता और भाई शुक्रवार को सिविल लाइन थाने में गए थे। पुलिस ने उन्हें कहा कि शनिवार को लड़के का फोटो लेकर आना। हो सकता है कि शनिवार तक वह घर भी आ जाए। रात को पुलिस घर पहुंची और योगी के पिता-भाई को साथ ले गई।
आनंद ने बताया कि योगी का कभी किसी शरारत में नाम नहीं आया। वह कुंडली में काम करता था, लेकिन लॉकडाउन में काम छूट गया। बड़ा भाई कुंडली में ही काम करता है, मां घरों में झाड़ू- पोंछा कर गुजर-बसर करती है। योगी का पिता होटल में खाना बनाने का काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के बाद से स्थाई काम नहीं है। छोटी बहन दिल्ली में काम करती है। बड़े भाई और मां की कमाई से घर चल रहा है।