कानपुर / सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 लड़कियां कोरोना संक्रमित; इनमें दो प्रेग्नेंट और एक एचआईवी पॉजिटिव भी शामिल
सीएम योगी ने मामले की रिपोर्ट मांगी, एसएसपी ने कहा दोनों लड़कियां यहां आने से पहले ही गर्भवती थीं कन्नौज और आगरा की सीडब्ल्यूसी कमेटी ने इन दोनों किशोरियों को यहां दिसंबर 2019 में भेजा था
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में राजकीय बालगृह में 57 लड़कियां कोरोना संक्रमित मिली हैं। इनमें 17 साल की दो किशोरियां गर्भवती भी हैं। एक गर्भवती किशोरी कोरोना पॉजिटिव होने के साथ ही एचआईवी पॉजिटिव भी है और दूसरी हेपेटाइटिस सी से ग्रस्त है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की रिपोर्ट मांगी है। एसएसपी दिनेश कुमार ने कहा है कि दोनों किशोरियां शेल्टर होम आने से पहले ही प्रग्नेंट थीं। जिनकी वजह से वह गर्भवती हुई हैं, उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। एक लड़की कन्नौज और दूसरी आगरा की है।
संक्रमण की वजह से शेल्टर होम को सील किया गया है
दोनों किशोरियां 8 महीने की गर्भवती हैं। दोनों को जज्चा-बच्चा अस्पताल मे रेफर किया गया था। डॉक्टरों ने प्रोबेशन अधिकारी से गर्भवती लड़कियों की बैक हिस्ट्री की डिमांड की थी। प्रेग्नेंट किशोरियों से जुड़े दस्तावेज शेल्टर होम में रखे गए हैं। संक्रमण की वजह से शेल्टर होम को सील कर दिया गया है। पूरे स्टाफ को क्वारैंटाइन किया गया है। इस वजह से लड़कियों से जुड़े दस्तावेज नहीं मिल सकते हैं।
महिला आयोग की सदस्य ने कहा- सीएम ने मामले में रिपोर्ट मांगी है
महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर का कहना है, “सीएम योगी ने इस मामले में कानपुर डीएम से बात की है और रिपोर्ट मांगी है। बालिका गृह में काफी लड़कियां पॉक्सो एक्ट में आती हैं। बच्चियां कम उम्र की होती हैं और उन्हें वहां रखा जाता है। राजकीय बालगृह में किसी भी आदमी का जाना वर्जित है।”