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कश्मीर में भाजपा नेता का अपहरण :पुलिस ने आतंकी कमांडर के परिवार पर दबाव डाला, तब जाकर लश्कर के आतंकवादियों ने 12 घंटे बाद भाजपा नेता को छोड़ा

यही नहीं मल्ला की बेटी को अगवा करने वालों से उन्हें छोड़ने की अपील करता एक वीडियो भी सामने आया था। आखिरकार 12 घंटे तक चले इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम के बाद मल्ला को रिहा करवा लिया गया।

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जम्मू कश्मीर पुलिस को भारतीय जनता पार्टी के म्युनिसिपल कमेटी मेंबर मेहराजुद्दीन मल्ला को छुड़वाने के लिए आतंकी कमांडर के परिवार को पुलिस थाने बुलाकर दबाव डालना पड़ा। मंगलवार को आतंकवादियों ने सोपोर के वाटरगाम में भारतीय जनता पार्टी के नेता मेहराजुद्दीन को अगवा कर लिया था। उसे ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया था। यही नहीं मल्ला की बेटी को अगवा करने वालों से उन्हें छोड़ने की अपील करता एक वीडियो भी सामने आया था। आखिरकार 12 घंटे तक चले इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम के बाद मल्ला को रिहा करवा लिया गया।

वो वीडियो जिसमें मल्ला की बेटी ने अपील की

सोपोर और बांदीपोरा के इलाके में आतंकवादी संगठन लश्कर एक्टिव है। ये बात पुलिस को मालूम थी और इसी के चलते पुलिस ने लश्कर के कमांडर के परिवार पर दबाव डाला। पुलिस ने लश्कर ए तैयबा आतंकवादी संगठन के कमांडर सज्जाद हैदर के परिवार को पूरे दिन थाने में बैठाए रखा। उन्हीं के जरिए आतंकवादियों को सूचना भिजवाई कि अगर वो मल्ला को नहीं छोड़ेंगे तो उसके परिवार को भी खतरा है। गौरतलब है कि दो-तीन दिन पहले ही लश्कर के कमाडंर सज्जाद ने जम्मू कश्मीर पुलिस वालों के परिवारवालों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को धमकी दी थी।

आतंकवादियों ने मल्ला को अपने कब्जे में रखकर बहुत मारा है और उन्हें काफी चोटें आईं हैं।

मल्ला मराजीगुंड इलाके में बुधवार सुबह अपने दोस्त से मिलने जा रहे थे, तभी सैंट्रो में आए आतंकवादियों ने उन्हें अगवा कर लिया। मल्ला का फोन उसी जगह सड़क के किनारे मिला था। आतंकवादियों ने मल्ला को अपने कब्जे में रखकर बहुत मारा है और उन्हें काफी चोटें आईं हैं। गुरुवार देर रात तक पुलिस मेहराजुद्दीन के साथ पूछताछ कर रही थी।

गुरुवार शाम पुलिस आईजी विजय कुमार ने ये बयान दिया कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने मल्ला को रिहा करवा लिया है। हालांकि, ये साफ नहीं किया गया कि मल्ला को कहां और कैसे छुड़वाया गया या फिर अगवा करने वाले उसे खुद छोड़ गए?

पुलिस का बयान 

पुलिस के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मल्ला के अगवा होने और रिहाई पर सवाल उठाते हुए एक ट्वीट किया था। हालांकि, उमर ने कुछ देर बाद वो ट्वीट डिलीट भी कर दिया। ये ट्वीट का स्क्रीन शॉट है –

आतंकवादियों ने पिछले कुछ वक्त में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाना शुरू किया है। खासकर 370 हटने के बाद पिछले साल अगस्त से। अभी पिछले ही हफ्ते की बात है, जब आतंकवादियों ने बांदीपोरा में भाजपा के नेता वसीम बारी, उनके भाई और पिता की हत्या कर दी थी।

हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी राममाधव ने अपने कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने और उनकी सुरक्षा बढ़ाने की बात कही है। एक ट्वीट में उन्होंने मल्ला की रिहाई का जिक्र किया है, लेकिन उन्हें आतंकवादियों ने अगवा किया था, ऐसा नहीं कहा है।

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