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आधीरात मिलने पहुंचे प्रेमी को परिजन ने 5 घंटे तक पीटा और तड़पाया, अस्पताल ले जाते मौत हुई

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मोगा. धल्लेके गांव में टाइलें लगाने वाले युवक इंद्रजीत सिंह (21 वर्ष) की निर्मम हत्या ने हर किसी को सकते में डाल दिया। नाबालिग लड़की के बुलाने पर छतें पारकर उसके घर पहुंचे उसके प्रेमी को पकड़कर पूरी रात न सिर्फ बुरी तरीके से पीटा, बल्कि उसके गुप्तांगों को नुकसान भी पहुंचाया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, लड़की ने मंगलवार को सायं से लेकर देर रात तक 5 कॉल की। पहली कॉल 7:30 से 8 बजे के बीच और बाकी चार कॉल 12 बजे से एक बजे के बीच की गई। युवक उसके बाद उसके घर गया और उसे दबोच लिया।

युवक की चाची के अनुसार, लड़के को वहां उमस भरे एक कमरे में बंद कर दिया, जमकर पीटा गया और मांगने पर पानी तक नहीं दिया गया।

सिविल अस्पताल में शाम में युवक के शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया और घरवालों ने करीब 7.15 बजे दाह संस्कार कर दिया। सदर थाने के प्रभारी कर्मजीत सिंह के अनुसार, युवक के मुंह, सिर, टांगों और गट्‌टों पर चोटों के निशान हैं।

अंदरूनी चोटों के बारे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा। डीएसपी (सिटी) बलजिंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि युवक के पिता नैब सिंह के बयान पर लड़की, माता-पिता, सगे भाई और तीन चचेरे भाइयों के खिलाफ हत्या (302 ) समेत भादंसं की धाराओं 120बी, 148 व 149 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

6 माह से थे प्रेम संबंध, प्रेमिका ने आधीरात के बाद तक 5 फोन कॉल की

धल्लेके निवासी मंजीत कौर के मुताबिक, उसके तीन बेटियां व दो बेटे थे। एक बेटी की मौत कुछ समय पहले टीबी से हो गई थी। छोटे बेटे इंद्रजीत सिंह ने मजदूरी करने के साथ-साथ टाइलें लगाने का काम सीखा था। इन दिनों वह धान की रोपाई में व्यस्त था।

लगभग 6 महीने पहले, उसके घर से कुछ दूरी पर पड़ोस में ही रहने वाली लड़की से प्रेम सबंध बन गए। यह अकसर फोन करती थी। मंगलवार की रात करीब 8 बजे इंद्रजीत खाना खाने के बाद कुछ देर उसके (माता के) पास बैठकर बातें करता रहा और 10 बजे घर की छत पर सोने चला गया।

वह पहली रात थी जब वह छत पर सोने गया था। सुबह 5 बजे पता चला कि वह छत पर नहीं है। देवरानी सुखजीत कौर की पुत्रवधू की सूचना पर पूरा परिवार भागकर बेटे की प्रेमिका के घर के बाहर पहुंचा तो उन्हें घर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया और जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया।

इसके बाद मामले की जानकारी देने पर पूरी पंचायत व पूर्व पंचायत सदस्य इकट्‌ठे होकर वहां पहुंचे, तब कहीं जाकर इंद्रजीत व उसकी चाची सुखजीत कौर को छोड़ा गया।

बेटे के संवेदनशील अंगों से सून निकल रहा था। पानी मांगने के बाद वह बेहोश हो गया। उसे जीप से मोगा सरकारी अस्पताल ले जा रहा था कि रास्ते में दम तोड़ दिया।

लड़की और उसके परिजन घर से फरार

इसकी सूचना मिलते ही एसपी (डी), डीएसपी (सिटी) समेत बड़े पुलिस अधिकारी वारदातस्थल पर पहुंचे। उधर, लड़की और उसके परिजन पुलिस के आने से पहले ही फरार हो गए।

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