आत्मनिर्भर उत्तरप्रदेश / प्रधानमंत्री मोदी ने रोजगार अभियान की शुरुआत की, कहा- पता नहीं कोरोना से कब निजात मिलेगी, बस दो गज दूरी का ख्याल रखें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरप्रदेश के जिलों में ग्रामीण लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की कहा- छोटे से शुरुआत करने वाले ही आगे बढ़ते हैं, जिन्हें विरासत में मिलता है, वे लुढ़क जाते हैं
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘आत्मनिर्भर उत्तरप्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम सभी अगर अपने जीवन के बारे में सोचें तो हमने अनेक उतार और चढ़ाव देखे हैं। हमारे गांव और शहरों में कई तरह की मुश्किलें आती रहती हैं। कल उत्तर प्रदेश और बिहार में बिजली गिर गई। कई जानें चली गईं।
उन्होंने कहा कि इसी तरह किसी ने नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक ही तरह का कोरोना संकट आ जाएगा। हमें नहीं मालूम कि इससे कब निजात मिलेगी। लेकिन एक दवाई है जिससे हम बच सकते हैं। यह दवाई है दो गज की दूरी, गमछे से मुंह ढकना। जब तक कोरोना की दवा नहीं बनती हमें इसी तरह से अपना बचाव करना है।
मोदी के भाषण की 3 अहम बातें:
1. कोरोना पर उत्तरप्रदेश की तुलना इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन से की
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राज्य सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए बेहद अच्छा काम किया। आंकड़ों की तुलना से पता चलता है। हम यूरोप के चार बड़े देश इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन 200 से 250 साल पहले दुनिया में सुपर पावर हुआ करते थे। आज भी इनका दबदबा है। इनकी आबादी 24 करोड़ है। हमारी तो अकेले यूपी की जनसंख्या 24 करोड़ है। कोरोना से इन चार देशों में 1 लाख 30 हजार लोगों की मौत हुई है, जबकि उत्तरप्रदेश में केवल 600 लोगों की जान गई।’ ‘इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन की सरकारों ने कोरोना से लड़ने की हर कोशिश की। लेकिन उन्हें वह कामयाबी नहीं मिली जो उत्तरप्रदेश को मिली। यूपी में पहले जो सरकार थी उन हालात में हम इन नतीजों की कल्पना भी नहीं कर सकते थे।
2. पुरानी सरकारों पर निशाना साधा, योगी की तारीफ की
उन्होंने कहा, पहले वाली सरकार होती तो अस्पताल का बहाना बनाकर, अस्पताल में बिस्तरों का बहाना बनाकर इस संकट को टाल देते। योगी जी ने हालात को समझा और इसे देखते हुए युद्ध स्तर पर काम किया। क्वारैंटाइन सेंटर और आइसोलेशन की सुविधा तैयार करने के लिए पूरी ताकत झोंक दिया। योगीजी अपने पिताजी का स्वर्गवास होने के बावजूद लोगों की सेवा में जुटे रहे। मैं योगी जी को नमन करता हूं।
3. किसान ने मोदी से कहा- आप पूरी जिदंगी पीएम रहें
इस कार्यक्रम के दौरान 6 जनपदों के लोगों से बात की। इस दौरान उन्होंने पहले गोंडा की विनीता और बहराइच के तिलकराम से बात की। प्रधानमंत्री ने किसान तिलकराम से कहा, ‘आपको प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान मिला है, लेकिन मुझे क्या दोगे।’ जवाब में तिलकराम ने कहा, ‘हम दुआ करते हैं कि आप पूरी जिंदगी पीएम रहें।’ इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि आप मेरे लिए एक काम करेंगे। आप अपने बच्चों को अच्छी पढ़ाई कराएं और इसकी जानकारी मुझे देते रहें।
दो नसीहत दीं, कहा- खूब मेहनत करो और आगे बढ़ो
- सिद्धार्थनगर के प्रवासी मजदूर कुर्बान अली ने पीएम मोदी से बात की। उन्होंने बताया कि वह मुंबई में राजमिस्त्री का काम करते थे। लॉकडाउन में वापस लौटकर आए हैं। अब शौचालय बनाने का काम मिला है। पीएम ने कहा कि खूब मेहनत करो और आगे बढ़ो।
- संतकबीरनगर के अमरेंद्र कुमार ने भी मोदी से बात की। उन्होंने बताया कि बैंक से कर्ज लेकर छोटा सा कारोबार शुरू किया है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे से शुरुआत करने वाले ही आगे बढ़ते हैं। जिन्हें विरासत में मिलता है वे लुढ़क जाते हैं। मेहनत से जिंदगी आगे बढ़ती है।
‘उत्तरप्रदेश में 30 लाख प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग हुई’
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘कोरोना संकट में प्रधानमंत्री मोदी ने कामगार और श्रमिकों की जिन योजनाओं को आगे बढ़ाने का मार्गदर्शन दिया था, अब रोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमने प्रदेश में अब तक 30 लाख प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग की है। इनमें 18 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल नहीं हैं। इससे इन मजदूरों को काम देने में आसानी होगी।’ राज्य सरकार के मुताबिक, दूसरे राज्यों से घर लौटे 38 लाख प्रवासी श्रमिक और कामगार के साथ-साथ स्थानीय लोगों को इसका फायदा मिलेगा और यह संख्या एक करोड़ से ज्यादा है।
31 जिलों के लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए
इस कार्यक्रम में 31 जिलों के लोग ऑनलाइन जुड़े। इनमें लखीमपुर खीरी, हरदोई, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, उन्नाव, जालौन, फतेहपुर, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, गाजीपुर, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर जिले शामिल हैं।